पाकिस्तान: आदिवासी नेताओं से बातचीत के बाद तोरखम बॉर्डर पर विरोध खत्म

punjabkesari.in Saturday, Mar 18, 2023 - 03:03 PM (IST)

पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के लांडी कोटल क्षेत्र में खुगाखेल आदिवासियों द्वारा सीमा शुल्क टर्मिनल के निर्माण के विरोध में कई घंटों तक बंद रहने के बाद तोरखम से वाहनों का आवागमन बहाल कर दिया गया  । डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी औपचारिक सहमति के बिना उनकी अतिरिक्त जमीन पर सीमा  लगा दी गई है।   खुगाखेल आदिवासियों ने अपनी वार्ता टीम के एक समूह द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत की एक श्रृंखला आयोजित करने के बाद सड़क को खोलने के लिए सहमति व्यक्त की, जिसे लांडी कोटाल में तोरखम बाईपास पर बंद कर दिया गया था।

 

डॉन ने बताया कि वे नेशनल लॉजिस्टिक सेल के अधिकारियों को टर्मिनल पर काम रोकने के लिए राजी करने में कामयाब रहे, जब तक कि उनकी सहमति के बिना अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण पर उनकी आपत्ति का समाधान नहीं हो गया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों के सूत्रों ने डॉन को बताया कि बाईपास रोड पर विरोध शिविर में 'कमजोर' उपस्थिति ने खुगाखेल बुजुर्गों को सड़क फिर से खोलने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि उनके कुछ बुजुर्ग आम आदिवासियों द्वारा ब्याज की हानि की प्रत्याशा में विरोध को समाप्त करना चाहते थे ।

 

हालांकि, बातचीत करने वाली टीम के स्वयंभू प्रमुख मुफ्ती एजाज ने जोर देकर कहा कि वे अपनी वास्तविक मांगों से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि अगर संबंधित अधिकारी उनकी शिकायतों को दूर करने की प्रतिबद्धता का सम्मान करने में विफल रहे तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले दिन में खुगाखेल आदिवासियों ने अचानक सड़क जाम कर दिया व सैकड़ों लदे वाहनों को सड़क पर रोक दिया गया।

 

कई ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि वे सड़क के बंद होने की उम्मीद नहीं कर रहे थे क्योंकि आदिवासियों ने केवल टर्मिनल पर काम बंद करने की धमकी दी थी। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के लांडी कोटल क्षेत्र में खुगा खेल जनजाति ने धमकी दी थी कि यदि अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण पर उनकी आपत्तियों पर विचार नहीं किया गया तो तोरखम सीमा पर एक सीमा शुल्क टर्मिनल का निर्माण रोक दिया जाएगा। 


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Content Writer

Tanuja

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