ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 155 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि, समा टीवी की रिपोर्ट से नामों की लिस्ट आई सामने

punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 02:33 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: भारत द्वारा मई 2025 में की गई सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है जिसने पाकिस्तान की असलियत उजागर कर दी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक पोस्ट और पाकिस्तान के ही समाचार चैनल समा टीवी की रिपोर्ट से पता चला है कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कम से कम 155 सैनिक मारे गए थे। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने इस नुकसान को छिपाने की नाकाम कोशिश की लेकिन एक वीरता पुरस्कारों की सूची ने पूरी सच्चाई सामने ला दी। रिपोर्ट के अनुसार जिन सैनिकों को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार दिए गए उनके नामों के आगे 'शहीद' लिखा गया था।

समा टीवी की रिपोर्ट ने खोला राज

समा टीवी की रिपोर्ट कुछ देर के लिए वेबसाइट पर लाइव रही और फिर तुरंत डिलीट कर दी गई। लेकिन तब तक कई लोगों ने उसका स्क्रीनशॉट और डेटा सेव कर लिया था। इस रिपोर्ट में 'ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस' नाम का ज़िक्र था, जो कि पाकिस्तान की तरफ से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जवाब में किया गया एक सैन्य प्रयास बताया जा रहा है। इसी रिपोर्ट में पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए वीरता पुरस्कारों की सूची प्रकाशित की गई थी। सभी नामों के आगे ‘शहीद’ लिखा होने से यह साफ हो गया कि पाकिस्तान को युद्ध के मैदान में भारी नुकसान हुआ था।
 

ऑपरेशन सिंदूर क्या था?

ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा मई 2025 में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकवादी ठिकानों को बिल्कुल सटीक तरीके से निशाना बनाकर की गई एक सैन्य कार्रवाई थी। इस ऑपरेशन की पृष्ठभूमि में अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमला था। इसका बदला लेने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर कड़ा संदेश देने के लिए भारत ने यह ऑपरेशन शुरू किया।

कहां-कहां हुआ हमला?

भारत की सेना और वायुसेना ने मिलकर PoK और पाकिस्तान की सीमा के अंदर मौजूद 9 आतंकवादी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। ये ठिकाने आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप, हथियार डिपो और कमांड सेंटर्स थे। इनमें कई शीर्ष आतंकी कमांडर और विदेशी लड़ाके मौजूद थे जो हमले में मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर एक पूरी तरह से रणनीतिक और हाई-टेक मिशन था। इसमें पहले भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इन ठिकानों की सटीक पहचान की थी।जिसके बाद अत्याधुनिक मिसाइलें, ड्रोन और स्पेशल फोर्सेज की मदद से एक के बाद एक इन ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया। भारतीय वायुसेना ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सटीकता के साथ बमबारी की, जिससे दुश्मन को संभलने का मौका भी नहीं मिला था।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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