हिरोशिमा हमलाः 72 साल पहले आज ही के दिन एक लिटिल ब्वॉय ने ली थी लाखों लोगों की जान(Pics)

punjabkesari.in Sunday, Aug 06, 2017 - 11:48 AM (IST)

नई दिल्ली: जापान के शहर हिरोशिमा पर अमरीका द्वारा किए गए परमाणु हमले को आज यानी 6 अगस्‍त को 72 साल पूरे हो रहे हैं। इसके 3 दिन बाद यानी 9 अगस्‍त को जापान के ही शहर नागासाकी पर भी दूसरा परमाणु हमला हुआ था।
PunjabKesariलिटिल ब्वॉय ने छीन ली थी डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोगों की जिंदगियां
6 अगस्त 1945, यह वह तारीख थी जिसे आज तक कोई भूल नहीं पाया। इसी दिन  अमरीका ने जापान के हिरोशिमा पर दुनिया का पहला परमाणु बम गिराया था। एक ऐसा दिन जिसने दुनिया को एक नए तरह के हथियार से रूबरू करवाया,जिसे एटम बम या परमाणु बम कहा जाता है। इस बम का नाम था लिटिल ब्वॉय जिसे आप कम आंकने की कोशिश हरगिज न करें। इस लिटिल ब्वॉय ने देखते ही देखते डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोगों की जिंदगियां छीन ली थीं।
PunjabKesariजानिए कैसी भयावह थी 6 अगस्त 1945 की सुबह
6 अगस्त 1945 को जापानी समय के अनुसार सुबह के 8 बजकर 15 मिनट हो रहे थे। हिरोशिमा शहर से लगभग 580 मीटर की दूरी पर इस परमाणु बम का विस्फोट हुआ।इस विस्फोट की चपेट में शहर का 80 प्रतिशत हिस्सा आ गया। इस भीषण धमाके में मानो कोई आग का गोला फट पड़ा जिसमें लोग, जानवर और पौधे जल गए और पीछे केवल बरबादी के निशान बचे। इस खौफनाक हमले में जो बच गए वे मौत से बदतर हालत में आ गए। जीवित बचे लोगों के तन बुरी तरह झुलसे हुए थे। हमले के कई दिनों बाद तक मौतों का क्रम जारी रहा। कई लोगों के शरीर से उनके कपड़े चिपक गए।बम के गिरने के बाद तक इसका जानलेवा असर कई दशकों तक हिरोशिमा के लोगों पर देखा गया।
PunjabKesariपरमाणु बम का कोडनेम 'लिटिल बॉय'
हिरोशिमा के लिए जो बम रवाना किया गया उसे पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति रुजवेल्ट के सन्दर्भ में 'लिटिल बॉय' के नाम से भी जाना जाता है। बी-29 में जब 'लिटिल बॉय' को लादा गया तो ये सक्रिय बम नहीं था, उसमें बारूद भरा जाना बाकी था और बम का सर्किट भी पूरा नहीं था। लिटिल ब्वॉय दरअसल अमरीका की ओर से डेवलप पहले परमाणु बम का कोडनेम था। अमरीका ने इस बम को मैनहैट्टन प्रोजेक्ट के तहत डेवलप किया था जिस पर 127 अरब 35 करोड़ और 20 लाख रुपए का खर्च आया था।
PunjabKesari"इनोला गै 'विमान चालक दल के पॉल डब्ल्यू tibbetsa में 12 लोगों, कंडक्टर थिओडोर, जे वैन किर्क और हथियार अधिकारी शामिल मॉरिस जेप्सेन थे। मॉरिस जैप्सन वो व्यक्ति थे जिनके हाथ में आखिरी बार 'लिटिल बॉय' था।उन्होंने अपने चालक सहयोगी डीक पार्सन के साथ मिल कर चार बड़े बैग बारूद इस बम में रख दिए। इसके बाद जैप्सन ने लिटिल बॉय में प्लग लगा कर इसे जिंदा बम में तब्दील कर दिया। अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने एक बेहद गोपनीय अभियान में जापान पर परमाणु बम गिराए जाने को मंजूरी दी थी। जापान में हर साल पूरा देश इस दिन हादसे के मृतकों के लिए राष्‍ट्रीय स्‍तर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम करता है और पूरा विश्‍व शांति की दुआ करता है। 
 


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