रूस की हवाई घुसपैठ के बाद नाटो ने बढ़ाई सुरक्षा किलेबंदी ! 24 घंटे रिएक्शन अलर्ट पर, अमेरिका भी आया साथ
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 03:30 PM (IST)
International Desk: नाटो (NATO) ने रूस द्वारा सदस्य देशों की वायुसीमा में घुसपैठ और ड्रोन हमलों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनज़र अपनी रक्षा तैयारियों को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। ब्रुसेल्स में आयोजित रक्षा मंत्रियों की बैठक में इन घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और यूरोप की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के उपायों पर चर्चा की गई।
नाटो की नई रक्षा रणनीतियां
"ड्रोन वॉल" (Drone Wall) पहल
यूरोपीय आयोग ने "ड्रोन वॉल" योजना को विस्तारित करने का प्रस्ताव दिया है, जिसे अब "यूरोपीय ड्रोन डिफेंस इनिशिएटिव" के रूप में जाना जाएगा। इस पहल का उद्देश्य यूरोप भर में ड्रोन हमलों से सुरक्षा के लिए सेंसर, जैमिंग सिस्टम और हथियारों का एक नेटवर्क स्थापित करना है। हालांकि, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में इस योजना को लेकर राजनीतिक और तकनीकी चुनौतियाँ सामने आ रही हैं।
"ऑपरेशन ईस्टर्न सेंट्री" (Operation Eastern Sentry)
पोलैंड में 9-10 सितंबर को रूसी ड्रोन घुसपैठ के बाद नाटो ने "ऑपरेशन ईस्टर्न सेंट्री" शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत F-16, F-35, राफेल और यूरोफाइटर जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ SAMPT मिसाइल सिस्टम को तैनात किया गया है। इसका उद्देश्य नाटो की पूर्वी सीमा पर हवाई सुरक्षा को मजबूत करना है।
"क्विक रिएक्शन अलर्ट" (Quick Reaction Alert)
नाटो की वायुसेनाएँ अब 24 घंटे की तत्परता में हैं, ताकि किसी भी हवाई घुसपैठ का तुरंत जवाब दिया जा सके। यह नीति यूरोपीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
यूरोपीय देशों की प्रतिक्रिया
पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोरस्की ने यूरोप को रूस के संभावित गहरे हमलों के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। उन्होंने ड्रोन वॉल योजना के समर्थन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलों की आपूर्ति की मांग की। फ्रांस और जर्मनी ने ड्रोन वॉल योजना के लिए यूरोपीय आयोग के प्रस्ताव का समर्थन किया है, लेकिन कुछ राजनीतिक और तकनीकी बाधाएँ सामने आई हैं।
अमेरिका की भूमिका
अमेरिका नाटो के सदस्य देशों को रक्षा सहायता प्रदान कर रहा है। हालांकि, स्पेन ने अपने रक्षा खर्च को 5% तक बढ़ाने से इनकार किया है, जिससे राष्ट्रपति ट्रंप ने व्यापार प्रतिबंधों की धमकी दी है। नाटो और यूरोपीय संघ मिलकर यूरोप की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। हालांकि, विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक मतभेद और तकनीकी चुनौतियाँ सामने आ रही हैं, लेकिन सामूहिक सुरक्षा की दिशा में प्रयास जारी हैं।
