ट्रंप के नए फैसले से पूरे अमेरिका में भूचाल! सड़कों पर उतरे लाखों लोग, प्रदर्शनों की आ गई बाढ़ (Videos)
punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 12:11 PM (IST)

Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए वॉशिंगटन डी.सी. की पुलिस का नियंत्रण संघीय सरकार के हाथ में ले लिया और शहर की सड़कों पर 800 नेशनल गार्ड सैनिक तैनात करने की घोषणा की। यह कदम स्थानीय नेताओं के विरोध और कानूनी सवालों के बावजूद उठाया गया है। ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अब बड़े और साहसी कदम उठाने का समय आ गया है। डी.सी. से शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन यह आगे भी जाएगा।”
“Residents of #WashingtonDC have gathered at the #FreeDC project rally & press conference to protest #Trump and his ordered takeover of #DCpolice and deployment of the #NationalGuard in the National’s Capitol “safety is investing in our communities, not in our surveillance” pic.twitter.com/mVavyHrJSI
— Etan Thomas (@etanthomas36) August 12, 2025
उन्होंने “सार्वजनिक सुरक्षा आपातकाल” घोषित करते हुए District of Columbia Home Rule Act की धारा 740 का इस्तेमाल किया, जो राष्ट्रपति को आपातकालीन हालात में डी.सी. पुलिस का नियंत्रण अपने हाथ में लेने की अनुमति देती है। इस आदेश के तहत अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी अब मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग की प्रमुख होंगी। यह नियंत्रण अधिकतम 30 दिनों तक रह सकता है, जब तक कि कांग्रेस इसकी अवधि न बढ़ा दे। डी.सी. की मेयर म्यूरियल बाउसर ने इस कदम को “ अस्थिर करने वाला” बताया और कहा कि यह अमेरिकी संविधान की भावना के खिलाफ है।
A powerful moment in Washington DC as a massive crowd gathers to protest Donald Trump’s fascist plan to take over the city‼️
The American people are fed up with #Felon47’s WANNABE DICTATOR tantrums‼️
THIS IS WHAT DEMOCRACY LOOKS LIKE 🇺🇸pic.twitter.com/ROAB5pOpRP
— IT’S TIME FOR JUSTICE (@LiddleSavages) August 13, 2025
उनका कहना है कि राजधानी में हिंसक अपराध 26% कम हुए हैं और कुल अपराध दर भी पिछले साल से कम है, इसलिए यह कार्रवाई “ग़ैरज़रूरी” है।डी.सी. काउंसिल ने भी बयान जारी कर कहा कि नेशनल गार्ड को स्थानीय कानूनों और जांच प्रक्रियाओं का अनुभव नहीं है और इस तरह की तैनाती “स्थानीय अधिकारों पर हमला” है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में ट्रंप प्रशासन ने डी.सी. की सड़कों पर यू.एस. पार्क पुलिस, इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE), एफबीआई, ATF और यू.एस. मार्शल सर्विस के अफसरों को गश्त के लिए भेजा है। रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि आने वाले हफ्ते में “अन्य विशेष बल” भी तैनात किए जाएंगे।
ट्रंप ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर सेना को भी डी.सी. में उतारा जा सकता है एक ऐसा कदम जिसे आलोचक संभावित मार्शल लॉ (सैन्य शासन) की तैयारी मान रहे हैं। ट्रंप की घोषणा के तुरंत बाद सैकड़ों लोग व्हाइट हाउस के बाहर इकट्ठा हुए और “Hands off D.C.” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि राजधानी को “युद्ध क्षेत्र” जैसा बनाने से न तो सुरक्षा बढ़ेगी और न ही असली समस्याएँ हल होंगी
। 6 जनवरी 2021 को कैपिटल पर हुए हमले में डी.सी. पुलिस के 140 से अधिक अधिकारी घायल हुए थे। उस समय ट्रंप समर्थकों ने चुनाव परिणाम पलटने की कोशिश की थी। आलोचकों का कहना है कि उस दिन ट्रंप ने समय पर नेशनल गार्ड नहीं भेजा, लेकिन अब वे राजनीतिक कारणों से उन्हें तैनात कर रहे हैं।ट्रंप का कहना है कि डी.सी. “दुनिया के सबसे खतरनाक शहरों में से एक” बन गया है और बेघर लोगों को राजधानी से हटाना होगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “हम आपको ठहरने की जगह देंगे, लेकिन राजधानी से दूर।”