900 से ज्यादा लोगों की मौत, 4100 से ज्यादा गांवों जलमग्न... इस देश में भी बाढ़ ने मचाई तबाही
punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 10:16 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। पंजाब प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां 25 जिलों के 4,100 से ज्यादा गांव जलमग्न हो चुके हैं। स्थानीय मीडिया और प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के अनुसार 26 अगस्त से अब तक पंजाब में कम से कम 56 लोगों की मौत हो चुकी है। 26 जून से शुरू हुए मानसून के बाद से अब तक पूरे पाकिस्तान में 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
4 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित
PDMA के महानिदेशक इरफान अली काठिया ने जानकारी दी कि इस आपदा से अब तक लगभग 4.1 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की वजह से बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी
प्रभावित इलाकों में अब तक 425 राहत शिविर और टेंट सिटी बनाई गई हैं, जहां लोगों को अस्थायी आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा, 500 से ज्यादा मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं, जिनमें अब तक करीब 1.75 लाख मरीजों का इलाज किया जा चुका है। इनमें अधिकतर लोग चोट, संक्रमण और जलजनित बीमारियों से पीड़ित हैं।
2 करोड़ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
बचाव दल अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा चुके हैं। साथ ही पंजाब के कृषि क्षेत्र में आजीविका की सुरक्षा के तहत 1.5 करोड़ से ज्यादा मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
42 लाख से ज्यादा लोग केवल पंजाब में प्रभावित
PDMA के आंकड़ों के अनुसार पंजाब प्रांत में 42 लाख से ज्यादा लोग सीधे तौर पर बाढ़ की चपेट में आए हैं। रावी, सतलुज और चिनाब नदियों के किनारे बसे हजारों गांव जलमग्न हैं।
नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव
मुल्तान के उपायुक्त वसीम हामिद सिंधु ने बताया कि जिला प्रशासन ने हेड त्रिमू से आने वाले संभावित उफान से निपटने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है। चिनाब नदी के किनारे स्थित हेड मुहम्मदवाला और शेरशाह बांधों में जलस्तर में कुछ कमी आई है, जिससे राहत की उम्मीद जगी है, लेकिन अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि नदी में नए प्रवाह से जलस्तर दोबारा बढ़ सकता है।
900 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार 26 जून से शुरू हुए मानसून के बाद से अब तक पूरे पाकिस्तान में 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।