Venezuela: राष्ट्रपति चुनाव में निकोलस मादुरो विजेता घोषित, परिणाम का पूरे अमेरिका में पड़ेगा प्रभाव

punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2024 - 12:47 PM (IST)

काराकस: वेनेजुएला  (Venezuela) में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में निकोलस मादुरो (Nicolás Maduro) को विजेता घोषित किया गया। हालांकि, विपक्षी नेता नतीजों का विरोध करने की तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रीय चुनाव परिषद के प्रमुख एल्विस एमोरोसो ने बताया कि मादुरो को 51 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि विपक्षी उम्मीदवार एडमुंडो गोंजालेज के खाते में 44 फीसदी वोट गए हैं। उन्होंने बताया कि यह नतीजे 80 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर पड़े वोट पर आधारित हैं। मादुरो के वफादारों द्वारा नियंत्रित चुनाव प्राधिकरण ने अभी तक 30,000 मतदान केंद्रों के आधिकारिक मतदान आंकड़े जारी नहीं किए हैं, जिससे विपक्ष नतीजों की पुष्टि नहीं कर पा रहा है।वेनेजुएला के लोग रविवार के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे, जो 25 साल से एक ही पार्टी के शासन के अंत का मार्ग प्रशस्त कर सकता था।

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अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वेनेजुएला के लोगों के समर्थन की पेशकश की, "संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)  वेनेजुएला के लोगों के साथ खड़ा है जिन्होंने आज के ऐतिहासिक राष्ट्रपति चुनाव में अपनी आवाज व्यक्त की है।" चुनाव के परिणाम का पूरे अमेरिका में प्रभाव पड़ेगा, जिसमें सरकार के विरोधियों और समर्थकों दोनों ने संकेत दिया है कि मादुरो के जीतने पर वे 7.7 मिलियन वेनेजुएला के लोगों के साथ देश छोड़ने की सोच सकते हैं।

 

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राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने तीसरे कार्यकाल के लिए गोंजालेज की कड़ी चुनौती का सामना किया। विपक्षी नेताओं को गोंजालेज की जीत का पूरा भरोसा था और उन्होंने कुछ मतदान केंद्रों के बाहर जश्न मनाना शुरू भी कर दिया था। मतदान शाम छह बजे समाप्त होना था, लेकिन इसके बाद भी करीब छह घंटे तक काराकस में कुछ मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए। पूर्व राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज़ के 70वें जन्मदिन के साथ चुनाव निर्धारित किया गया था, जिन्होंने मादुरो को अपनी क्रांतिकारी आंदोलन का उत्तराधिकारी बनाया था। लेकिन मादुरो और उनकी यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी ऑफ वेनेजुएला अब कई मतदाताओं में बेहद अलोकप्रिय हैं। विपक्ष ने वर्षों के अंदरूनी विभाजनों और चुनाव बहिष्कारों के बाद एक ही उम्मीदवार के पीछे लामबंद होने में सफलता प्राप्त की। माचाडो को मादुरो नियंत्रित सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी पद के लिए 15 वर्षों तक चुनाव लड़ने से रोक दिया था। इसके बाद गोंजालेज को उम्मीदवार के रूप में चुना गया।

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रविवार के मतपत्र में मादुरो को चुनौती देने वाले आठ अन्य उम्मीदवार भी थे, लेकिन केवल गोंजालेज ही मादुरो के शासन के लिए खतरा थे। मादुरो ने कहा कि वह चुनाव परिणाम को मान्यता देंगे और अन्य सभी उम्मीदवारों से भी ऐसा करने की अपील की। वेनेजुएला दुनिया के सबसे बड़े तेल भंडार पर स्थित है और कभी लैटिन अमेरिका की सबसे उन्नत अर्थव्यवस्था थी। लेकिन मादुरो के सत्ता में आने के बाद देश आर्थिक गिरावट में चला गया। यूएस के आर्थिक प्रतिबंधों ने भी स्थिति को और खराब किया।मादुरो ने इस चुनाव में मतदाताओं को आर्थिक सुरक्षा का वादा किया, लेकिन अधिकांश वेनेजुएला निवासियों ने अपने जीवन स्तर में कोई सुधार नहीं देखा। विपक्ष ने देश में व्याप्त विशाल असमानताओं पर ध्यान केंद्रित किया और बेहतर नौकरी की संभावनाएं देने का वादा किया।

 


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Content Writer

Tanuja

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