तेजी से डूबता जा रहा है जकार्ता, आपदा की कगार पर इंडोनेशिया की राजधानी

punjabkesari.in Friday, Aug 16, 2019 - 07:58 PM (IST)

जकार्ता: पृथ्वी पर सबसे तेजी से डूबने वाले शहरों में से एक जकार्ता को लेकर पर्यावरण विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि अगर यही रफ्तार जारी रही तो इसका एक तिहाई हिस्सा 2050 तक डूब सकता है। दशकों से भूजल भंडार का अनियंत्रित एवं अत्यधिक दोहन, समुद्र का बढ़ता जलस्तर और तेजी से बदलता मौसम इनके कारणों में शामिल है। इसके कुछ हिस्से अभी से गायब होने शुरू हो गए हैं। मौजूदा पर्यावरणीय उपायों का बहुत कम प्रभाव पड़ा है। इसलिए सरकार कठोर कदम उठा रही है। इसके तहत देश की राजधानी को बदलने का फैसला किया गया है। 

PunjabKesari
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, इसके स्थान की घोषणा जल्द की जा सकती है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो ने ट्विटर पर कहा, ‘हमारे देश की राजधानी बोर्नियो द्वीप पर स्थानांतरित हो जाएगी।' देश के प्रशासनिक और राजनीतिक केन्द्र को स्थानांतरित करना राष्ट्रीय संरक्षण का एक कार्य हो सकता है, लेकिन यह जकार्ता के लिए प्रभावी रूप से मौत की घंटी है क्योंकि एक करोड़ बाशिंदो के पास यहां से भागने के बहुत कम साधन हैं। खाने का स्टॉल लगाने वाले एक व्यक्ति ने कहा, ‘ जब बाढ़ आती है तो मैं कांपने लगता हूं। 2007 में मैं करीब करीब बर्बाद हो या था, मेरी सारी चीजें बहकर चली गई और मुझे फिर से शुरुआत करनी पड़ी।' उसका घर जकार्ता के उत्तरी बंदरगाह के पास है जहां जमीन समुद्र में समाती जा रही है। जकार्ता के उत्तरी हिस्से में पानी के लिए पाइप व्यवस्था नहीं है इसलिए स्थानीय उद्योग और लाखों लोग भूजल पर निर्भर करते हैं।
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

shukdev

Recommended News

Related News