कनाडा के प्रधानमंत्री कैसे बनें, यह जानने के लिए जर्मनी दौरे पर गए जगमीत सिंह
punjabkesari.in Wednesday, Nov 23, 2022 - 09:45 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: ओंटारियो के पहले सिख सांसद रहे जगमीत सिंह को 2013 में भारतीय वीजा नहीं मिला था लेकिन 2019 में वे तब चर्चा में आए जब उन्होंने संघीय चुनाव में एनडीपी का नेतृत्व किया और कनाडा के अगले प्रधानमंत्री होने के लिए अपना अभियान छेड़ा। हालांकि नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के जगमीत सिंह और उनकी पार्टी को चुनावों में 25 सीटें मिली। जगमीत की पार्टी चुनाव में उस दल के तौर पर सामने आई है जिसके बिना जस्टिन ट्रूडो के लिए संसद की तरफ कदम बढ़ाना कुछ मुश्किल हो जाता।
हाल ही के दिनों में जगमीत सिंह जर्मनी की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ अपनी पहली बैठक की। इस दौरान सिंह ने सुरक्षा और लोकतंत्र पर पैनल चर्चा में भाग भी लिया। सिंह को इस तरह अंतरराष्ट्रीय मंच पर देखना उनकी पार्टी एनडीपी के लिए एक अलग ही अनुभव है। एनडीपी का मानना है कि सिंह को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पार्टी के विचारों को साझा करना चाहिए।
वहीं सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग हमें अपनी गणना या अपने निर्णयों पर विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में सोचें। उन्होंने कहा कि मैं यह भी स्पष्ट करना चाहता था कि हम कनाडा में कुछ महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं। हमने एक ट्रैक रिकॉर्ड दिखाया है कि हम काम कर सकते हैं। सिंह ने कहा एनडीपी नेता - सांसद हीथर मैकफर्सन और चार्ली एंगस और राष्ट्रीय निदेशक ऐनी मैकग्राथ के साथ जर्मनी का दौरान करने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण था।
उन्होंने कहा कि वह जानना चाहते थे कि कैसे एनडीपी की सहयोगी पार्टी, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी), जर्मनी के 2021 के संघीय चुनाव में चुनावों में पिछड़ने से लेकर विजयी होने तक चली गई। सिहं ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कनाडा में एनडीपी बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी लेकिन यह संभव हुआ।