'फ्लावर हैं महिलाएं'- खामेनेई के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल ने महिला की तस्वीर शेयर कर दिया जवाब
punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2024 - 12:44 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में महिलाओं को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि महिलाएं हाउसमेड नहीं, बल्कि फूल की तरह नाजुक होती हैं। महिलाओं के साथ घर में फूल की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए। फूल की देखभाल करने की जरूरत होती है उनके इस बयान को लेकर इज़रायल ने कड़ा रिएक्शन दिया है। अब इस बयान पर इजरायल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और खामेनेई को उनकी टिप्पणी का आईना दिखाया है।
खामेनेई ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि- परिवार में महिलाओं और पुरुषों की भूमिकाएँ अलग-अलग होती हैं। उदाहरण के लिए, पुरुष परिवार के खर्चों के लिए ज़िम्मेदार होता है, जबकि महिला बच्चे पैदा करने के लिए ज़िम्मेदार होती है। इसका मतलब यह नहीं है कि वे श्रेष्ठ हैं। वे अलग-अलग गुण हैं, और पुरुषों और महिलाओं के अधिकारों की गणना इनके आधार पर नहीं की जाती है। यद्यपि पुरुषों और महिलाओं के बीच दिखने में शारीरिक अंतर होता है - एक लंबा होता है और उसकी आवाज भारी होती है - फिर भी बौद्धिक और आध्यात्मिक क्षमताओं के मामले में दोनों में असीम संभावनाएं होती हैं और इस मामले में वे एक दूसरे से अलग नहीं हैं।
कौन है महसा अमीनी और उनकी पोस्ट से खामेनेई को क्या संदेश दिया गया-
महसा अमीनी दरअसल 22 साल की ईरान की कुर्दिश महिला थी, जो अपने भाई के साथ तेहरान गई थी। यहां पर उन्होंने हिजाब नहीं पहना था, जिस वजह से उन्हें वहां की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ईरान की मॉरैलिटी पुलिस ने महसा को घसीटकर वैन में डाला और उनकी बेरहमी से पिटाई की थी।
महसा को तेहरान के वोजारा डिटेंशन सेंटर ले जाया गया था। यहां पुलिस ने महसा को टॉर्चर किया, उनकी लगातार बेरहमी से पिटाई की गई। उनके सिर पर भी मुक्के मारे गए, जिस वजह से वे कोमा में चली गई। यहां पर तीन बाद उसकी मौत हो गई। महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में इसके बाद जबरदस्त प्रदर्शन हुए।
जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में ईरान की 27 साल की गायिका परस्तू अहमदी को भी गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने यूट्यूब पर एक वर्चुअल कॉन्सर्ट पोस्ट किया था, जिसमें वह हिजाब के बिना परफॉर्म किया था।