सीरिया में ब्लिंकन की विदेश नीति फेल: विद्रोही गुटों के बीच फंस गया अमेरिका, लगा रहा तुर्की-इजरायल के चक्कर
punjabkesari.in Sunday, Dec 15, 2024 - 12:46 PM (IST)
International Desk: सीरिया में अमेरिका की नीति कठिनाइयों से घिर गई है। राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन को खत्म करने के बाद वहां की स्थिति और जटिल हो गई है। तुर्की समर्थित विद्रोही गुट और अमेरिका समर्थित सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (SDF) के बीच जारी संघर्ष ने समस्या को और गंभीर बना दिया है। इसके अलावा, ISIS के फिर से उभरने की आशंका क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है।
तुर्की समर्थित विद्रोही गुटों ने SDF के ठिकानों पर हमले शुरू कर दिए हैं। SDF, जो कुर्दिश YPG मिलिशिया के नेतृत्व में है, ISIS के खिलाफ अमेरिकी गठबंधन का मुख्य भागीदार है। तुर्की YPG को कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) का हिस्सा मानता है, जिसे तुर्की ने आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है। तुर्की ने PKK और YPG दोनों को गैरकानूनी करार दिया है। इस कारण तुर्की और अमेरिका के बीच गंभीर मतभेद सामने आ रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान से अंकारा में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने सीरिया में ISIS के खतरों से निपटने और स्थिरता लाने के प्रयासों पर सहमति जताई। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ISIS को दोबारा उभरने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के जनरल माइकल कुरिल्ला ने इजरायली सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री से मुलाकात की। इस बातचीत में सीरिया की स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा खतरों पर चर्चा हुई। CENTCOM ने जॉर्डन, इराक, और लेबनान का भी दौरा किया, ताकि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि अमेरिका विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के संपर्क में है। HTS ने हाल ही में असद को सत्ता से बेदखल करने वाले विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व किया है। हालांकि, अमेरिका और कई अन्य देशों ने HTS को आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है। सीरिया में वर्तमान परिस्थितियां अमेरिका की रणनीतिक कमजोरियों को उजागर करती हैं। तुर्की और SDF के बीच संघर्ष के कारण अमेरिकी गठबंधन पर दबाव बढ़ रहा है। ISIS के संभावित पुनरुत्थान ने सुरक्षा चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।