Israel-Hamas Conflict: गाज़ा में फिर बरपा बमों का तूफान, 26 लोगों की मौ/त से मचा हाहाकार
punjabkesari.in Wednesday, Oct 29, 2025 - 10:07 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के हमास द्वारा कथित उल्लंघन के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक बार फिर जोरदार हमले शुरू कर दिए हैं जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई है। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने यह हमला प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के "गाजा पट्टी में तुरंत हमले करने" के निर्देश के बाद किया।
रॉकेट और स्नाइपर हमले के बाद इजरायल का जवाबी वार
आईडीएफ (IDF) ने कहा कि गाजा पर हमला करने के फैसले से पहले अमेरिका को सूचित किया गया था। एक सैन्य अधिकारी ने दावा किया कि हमास के लड़ाकों ने पहले इजरायली बलों पर हमला किया। राफा क्षेत्र में तैनात इजरायली सैनिकों पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) और स्नाइपर फायरिंग की गई। हमले के तुरंत बाद इजरायली रक्षा मंत्री कैट्ज़ ने चेतावनी दी कि हमास को आईडीएफ कर्मियों को निशाना बनाने के लिए "भारी कीमत चुकानी पड़ेगी" और इजरायल "बड़ी ताकत से जवाब देगा।"
हवाई हमलों में बच्चों और महिलाओं की मौत
रक्षा मंत्री की टिप्पणी के तुरंत बाद गाजा में इजरायली हवाई हमले हुए जिससे नागरिक हताहत हुए:
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गाजा शहर: गाजा नागरिक रक्षा ने बताया कि अल-सबरा इलाके में हुए हवाई हमले में कम से कम तीन महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई।
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खान यूनिस: दक्षिणी शहर खान यूनिस में एक अन्य हमले में दो बच्चों और एक महिला सहित पाँच लोग मारे गए।
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अस्पताल के पास विस्फोट: अल शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने कहा कि उत्तरी गाजा में चिकित्सा सुविधा के पास कम से कम तीन विस्फोट सुने गए।
शव की गलत पहचान पर भी विवाद
इस बीच इजरायल ने हमास पर हाल ही में लौटाए गए एक बंदी के अवशेषों की गलत पहचान करने का भी आरोप लगाया है जो एक अपहृत व्यक्ति का था जिसका शव दो साल पहले बरामद हुआ था। नेतन्याहू ने कहा कि वह हमास द्वारा लौटाए गए अवशेषों की जांच के बाद अगले कदमों पर फैसला करेंगे।
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हमास का इनकार: हमास ने इजरायली सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी से इनकार किया है लेकिन संघर्ष विराम बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
अक्टूबर 2023 में शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक कम से कम 68,527 लोग मारे गए हैं और 170,395 घायल हुए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमलों के दौरान इजरायल में 1,139 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक को बंदी बनाया गया था।


