Video: इजराइल ने 369 फिलिस्तीनी कैदियों को खास संदेश वाली टी-शर्ट पहना कर किया रिहा, पढ़ कर लगेगा हमास को झटका
punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2025 - 12:32 PM (IST)
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International Desk: इजराइल और हमास ने संघर्ष विराम को ताजा संकट से बचाने के बाद शनिवार को बंधकों और कैदियों की छठी अदला-बदली पूरी की। हमास की ओर से सात अक्टूबर, 2023 को किए गए हमले के बाद गाजा में बंधक बनाए गए तीन इजराइली लोगों को प्राप्त करने के बाद इजराइली अधिकारियों ने 369 से अधिक फिलीस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया। हमास के इस हमले के बाद ही युद्ध छिड़ गया था। लेकिन इस बार कैदियों को रिहा करने से पहले इजरायल ने एक अनोखा कदम उठाया, जिससे हमास को बड़ा झटका लग सकता है। टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिहा किए गए सभी कैदियों को एक खास टी-शर्ट पहनाई गई थी, जिस पर लिखा था "न भूलेंगे, न माफ करेंगे!" (We will not forget, we will not forgive)। यह कदम इजरायल द्वारा हमास के खिलाफ एक कड़ा संदेश देने के रूप में देखा जा रहा है।
Los 369 terroristas liberados llevaban una camiseta que decía “No olvidamos y no perdonamos”
Una vez puestos en libertad las mismas fueron quemadas por los árabes
Alguno realmente cree que acá puede haber paz ? Psicólogo urgente pic.twitter.com/6eKopcN5lQ
— @IsraelVive (@IsraelVive1948) February 15, 2025
दरअसल, हर बार जब हमास इजरायली बंधकों को रिहा करता था, तो वह इसे एक बड़े प्रचार अभियान की तरह पेश करता था। इजरायली बंधकों को एक मंच पर खड़ा कर उनकी रिकॉर्डेड वीडियो जारी की जाती थी, जिसमें उन्हें हमास की प्रशंसा करने को मजबूर किया जाता था। इस तरह के प्रचार से इजरायल नाराज था। अब जब युद्धविराम के तहत छठी बार कैदियों की अदला-बदली हुई, तो इजरायल ने इस बार अपनी रणनीति बदली और फिलिस्तीनी कैदियों को एक संदेश देने के लिए यह कदम उठाया। इस अदला-बदली के दौरान हमास ने भी तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया। उन्हें खान यूनिस इलाके में सुबह 10 बजे (इजरायली समयानुसार) रेडक्रॉस के हवाले किया गया, जिसके बाद वे इजरायली सेना को सौंपे गए।
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हमास की ओर से मुक्त किए गए तीन बंधकों में 46 वर्षीय इयार हॉर्न, 36 वर्षीय सागुई डेकेल चेन और 29 वर्षीय अलेक्जेंडर (साशा) ट्रोफानोव शामिल हैं। सभी के पास दोहरी नागरिकता है। हॉर्न को उनके भाई ईटन के साथ अगवा किया गया था, जो अब भी कैद में है। रिहा किए गए फलस्तीनी कैदियों में सबसे प्रमुख 48 वर्षीय अहमद बरघौती हैं, जो आतंकवादी नेता और फलस्तीनी राजनीतिक व्यक्ति मारवान बरघौती का करीबी सहयोगी है। युद्ध विराम शुरू होने के बाद से 19 जनवरी को दोनों पक्षों ने पांच बार अदला-बदली की है। युद्ध विराम के पहले चरण के दौरान अब तक 21 बंधकों और 730 से अधिक फिलीस्तीनी कैदियों को मुक्त कराया गया है।
अब तक कितनी बार हुई कैदियों की अदला-बदली
7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध के बाद, यह अब तक की छठी बार बंधकों की रिहाई है।
- हली अदला-बदली: 19 जनवरी (3 इजरायली बंधकों की रिहाई)
- दूसरी अदला-बदली: 25 जनवरी
- तीसरी अदला-बदली: 29 जनवरी
- चौथी अदला-बदली: 1 फरवरी
- पांचवीं अदला-बदली: 8 फरवरी
- छठी अदला-बदली: 15 फरवरी
यह युद्धविराम समझौते का हिस्सा है, जिसमें दोनों पक्षों द्वारा कैदियों की रिहाई की जा रही है। हालांकि, इजरायल का यह नया तरीका हमास के लिए एक सख्त संदेश माना जा रहा है।
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