SpaceX Starlink रेल कनेक्टिविटी में ला रहा नई क्रांति, Icomera से किया बड़ा समझौता
punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2024 - 01:23 PM (IST)
International Desk: रेल यात्रा के दौरान इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार के लिए Icomera और SpaceX Starlink ने एक बड़ी साझेदारी की है। Icomera ने Starlink के हाई-स्पीड और लो-लेटेंसी सैटेलाइट कनेक्टिविटी को ट्रेनों में लागू करने के लिए अधिकृत पुनर्विक्रेता (Authorized Reseller) समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल से दुनिया भर में ट्रेनों पर यात्रियों का अनुभव, संचालन की दक्षता और सुरक्षा में सुधार होगा। नई कनेक्टिविटी से रेलवे उद्योग में डिजिटल क्रांति का आगाज होगा। लंबी दूरी की यात्रा और ग्रामीण इलाकों में भी उत्कृष्ट सेवा प्रदान की जा सकेगी। ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किए गए Starlink टर्मिनल्स ने परीक्षण के दौरान 200-400 Mbps स्पीड हासिल की। इसने यात्री कनेक्टिविटी और ऑपरेशनल दक्षता में क्रांतिकारी सुधार दिखाया।
Icomera और Starlink साझेदारी के मुख्य पहलू
- बेहतर इंटरनेट सेवा मिलेगी।
- Starlink की सैटेलाइट तकनीक से ट्रेनों में 200-400 Mbps की स्पीड उपलब्ध होगी।
- लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स की मदद से कनेक्टिविटी को तेज़ और स्थिर बनाया जाएगा।
- यात्रियों को हाई-स्पीड Wi-Fi और निर्बाध कनेक्टिविटी मिलेगी।
- ऑपरेशनल सिस्टम को स्मार्ट बनाया जाएगा, जिससे ट्रेन संचालन और सुरक्षा में सुधार होगा।
- Icomera की SureWAN टेक्नोलॉजी सैटेलाइट, सेलुलर और ट्रैकसाइड नेटवर्क्स को एक साथ उपयोग करने में सक्षम बनाएगी।
- ट्रेन में बेहतर कवरेज और कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी, चाहे वह किसी भी इलाके में हो।
- 2025 की पहली तिमाही में Starlink टर्मिनल्स का पहला सेटअप शुरू होगा।
- यह रेलवे उद्योग में एक नई शुरुआत का संकेत देगा।
- तेज़ और स्थिर इंटरनेट से यात्रियों का यात्रा अनुभव अधिक सुखद और उपयोगी होगा।
- मनोरंजन, कार्य और संचार के लिए बेहतरीन ऑनलाइन सेवाएं मिलेंगी।
- रियल-टाइम कनेक्टिविटी से ट्रेनों की निगरानी और संचालन अधिक प्रभावी होगा। यात्रियों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
चुनौतियां और समधान
आज की ट्रेन कनेक्टिविटी मुख्य रूप से मोबाइल नेटवर्क्स पर आधारित है। रेल मार्गों पर 4G और 5G नेटवर्क का निर्माण तकनीकी और वित्तीय रूप से चुनौतीपूर्ण है। लंबी दूरी की यात्रा के दौरान नेटवर्क की क्षमता यात्रियों की मांगों को पूरा नहीं कर पाती। Starlink की LEO सैटेलाइट्स इन समस्याओं को हल करेंगी। इन सैटेलाइट्स के माध्यम से, यात्रियों को बड़े शहरों में मिलने वाली 5G जैसी कनेक्टिविटी हर इलाके में उपलब्ध होगी। SureWAN टेक्नोलॉजी सैटेलाइट और मोबाइल नेटवर्क्स को जोड़कर निर्बाध अनुभव प्रदान करेगी।