अंतरिक्ष में कितना मुश्किल है क्रिकेट खेलना, सामने आया वीडियो!
punjabkesari.in Wednesday, Mar 26, 2025 - 01:02 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: क्रिकेट दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। धरती पर तो इसे खेलना आसान है लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि अंतरिक्ष में क्रिकेट खेलना कैसा होगा? जी हां, बिना गुरुत्वाकर्षण (Zero Gravity) वाले माहौल में बैटिंग-बॉलिंग करना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा। एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर एक एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें दिख रहा है कि एक व्यक्ति स्वंय गेंद फेंक रहा है, फिर दूसरे छोर पर जाकर खुद बैंटिग कर रहा है। आइए जानते और देखतें हैं कि अंतरिक्ष में क्रिकेट खेलना कितना मुश्किल होगा और क्या इसे खेलना संभव है।
अंतरिक्ष में क्रिकेट खेलने की चुनौतियाँ
धरती पर क्रिकेट खेलते समय हम गुरुत्वाकर्षण की मदद से आसानी से दौड़ सकते हैं, गेंद को फेंक सकते हैं और शॉट लगा सकते हैं। लेकिन अंतरिक्ष में खेलना इतना आसान नहीं होगा
— Elon Musk (@elonmusk) March 25, 2025
1. Zero Gravity में गेंद कैसे बाउंस होगी?
क्रिकेट की पिच पर गेंद बाउंस करने के लिए गुरुत्वाकर्षण जरूरी होता है। अंतरिक्ष में ग्रेविटी नहीं होने के कारण गेंद एक बार हवा में जाएगी तो सीधी चलती रहेगी, नीचे गिरेगी ही नहीं। ऐसे में गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल हो जाएगा।
2. बैटिंग करना होगा मुश्किल
जब कोई बल्लेबाज शॉट मारता है तो गेंद को दिशा देने के लिए ग्रेविटी का सहारा मिलता है। लेकिन अंतरिक्ष में जब बल्ला गेंद से टकराएगा तो दोनों बिना किसी रुकावट के उड़ते रहेंगे। इससे बैटिंग करना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
3. दौड़ना लगभग असंभव होगा
क्रिकेट में रन लेने के लिए बल्लेबाजों को दौड़ना पड़ता है। लेकिन Zero Gravity में जैसे ही कोई खिलाड़ी दौड़ने की कोशिश करेगा वह हवा में तैरने लगेगा। बिना किसी सतह पर जोर डाले दौड़ना असंभव होगा।
4. गेंदबाज और फील्डर की स्थिति
गेंदबाज को गेंद फेंकने के लिए ग्रिप चाहिए लेकिन अंतरिक्ष में हल्की सी ताकत लगाने पर गेंद नियंत्रण से बाहर चली जाएगी। वहीं फील्डर्स भी हवा में तैरते रहेंगे और कैच पकड़ना बेहद कठिन होगा।
कैसे खेला जा सकता है अंतरिक्ष में क्रिकेट?
अब सवाल यह उठता है कि अगर भविष्य में अंतरिक्ष में क्रिकेट खेलना हो तो इसे कैसे संभव बनाया जाए?
1. कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण (Artificial Gravity)
अगर किसी विशेष स्पेस स्टेशन में कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण तैयार किया जाए तो वहां क्रिकेट खेला जा सकता है। स्पेस स्टेशन को घुमाने से एक सेंट्रीफ्यूगल फोर्स पैदा होगी जिससे खिलाड़ी सतह पर टिके रहेंगे।
2. चुंबकीय जूते और बल्ला
अगर खिलाड़ियों को विशेष चुंबकीय जूते पहनाए जाएं जो उन्हें ज़मीन पर टिके रहने में मदद करें तो क्रिकेट खेलना आसान हो सकता है। बल्ले में भी ऐसा मैग्नेटिक सिस्टम हो सकता है जो शॉट लगाने के बाद गेंद को नियंत्रित रखे।
3. कम हवा में रुकने वाली गेंद
अंतरिक्ष में खेली जाने वाली क्रिकेट गेंद को हल्का और नियंत्रित गति वाली बनाया जा सकता है ताकि वह तेज़ी से इधर-उधर न जाए।
4. स्पेस क्रिकेट के नए नियम
धरती के नियमों के बजाय स्पेस क्रिकेट के लिए नए नियम बनाए जा सकते हैं, जैसे कि बिना दौड़े रन लेने का तरीका, गेंदबाजी में विशेष बदलाव और कैच पकड़ने के लिए नई तकनीकें।
क्या भविष्य में स्पेस क्रिकेट संभव है?
विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है और शायद आने वाले वर्षों में हम अंतरिक्ष में खेलों का आयोजन होते देख सकेंगे। स्पेस टूरिज्म के बढ़ते चलन के साथ भविष्य में कृत्रिम गुरुत्वाकर्षण वाले स्टेडियम भी बनाए जा सकते हैं जहां क्रिकेट जैसे खेल संभव होंगे। अगर ऐसा हुआ तो यह न केवल खिलाड़ियों बल्कि दर्शकों के लिए भी एक रोमांचक अनुभव होगा। क्रिकेट सिर्फ धरती पर नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी लोगों का पसंदीदा खेल बन सकता है।