नरसंहार जैसी स्थिति, एक हफ्ते में 800 से ज्यादा मौतें, विद्रोहियों और सेना के बीच भयंकर संघर्ष
punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2025 - 11:57 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कॉन्गो (DRC) के गोमा शहर में पिछले एक हफ्ते से मची हिंसा ने नरसंहार जैसी स्थिति पैदा कर दी है। इस शहर और इसके आस-पास के इलाकों में विद्रोहियों और सेना के बीच भयंकर संघर्ष हो रहा है, जिसमें अब तक 800 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1 फरवरी को जानकारी दी कि गोमा के अस्पतालों के शवगृह में 773 शव पड़े हैं। मृतकों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है।
M23 विद्रोहियों का हमला और सेना की प्रतिक्रिया
यह संघर्ष मुख्य रूप से M23 विद्रोहियों और DRC की सेना (FARDC) के बीच हो रहा है। M23 ग्रुप ने पिछले हफ्ते गोमा शहर पर कब्ज़ा कर लिया था। इस विद्रोही गुट को रवांडा का समर्थन प्राप्त है, जिसमें हथियारों, रसद और सैनिकों की मदद मिल रही है। इन संघर्षों में अब तक 2,880 लोग घायल हो चुके हैं। विद्रोहियों के हमले के बाद गोमा में पानी, बिजली और अन्य बुनियादी सेवाओं को बहाल करने का वादा किया गया था, जिसके बाद 1 फरवरी को सैकड़ों लोग शहर लौटे। हालांकि, उन्होंने मलबे और खून से सनी ज़मीन को साफ करने की कोशिश की। गोमा की एक निवासी जीन मार्कस ने बताया कि हिंसा में उसके एक रिश्तेदार की मौत हो गई और शहर में हर तरफ शोक का माहौल है।
राहत कार्य में मुश्किलें और मानवीय संकट
इस भीषण संघर्ष के बीच, मानवीय संगठन गोमा में राहत कार्य कर रहे हैं। लेकिन उन्हें इस काम में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मेडिसिन्स सैन्स फ्रंटियर्स (Doctors Without Borders) के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास दवाओं का स्टॉक खत्म हो गया है और कुछ विस्थापन शिविरों में सहायता देना भी बंद करना पड़ा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अपने कर्मचारियों को क्षेत्र से निकाल लिया है और फिलहाल राहत कार्यों को रोक दिया है।
M23 विद्रोहियों का रवांडा से समर्थन
M23 विद्रोहियों के बारे में रिपोर्ट्स बताती हैं कि उन्हें रवांडा सरकार से पूरी मदद मिल रही है। इस समूह को लगभग 4,000 रवांडा सैनिकों का समर्थन प्राप्त है। विद्रोहियों के खिलाफ संघर्ष को और बढ़ावा देने के लिए रवांडा से हथियार, पैसा और अन्य मदद दी जा रही है।
क्या है इस संघर्ष की वजह?
इस संघर्ष की शुरुआत 2012 में हुई थी जब 'नेशनल कांग्रेस फॉर द डिफेंस ऑफ द पीपल' (CNDP) और DRC सरकार के बीच एक समझौता हुआ था। CNDP के सैनिकों को सरकार की सेना FARDC में शामिल किया जाना था, लेकिन सरकार ने इस समझौते का सही तरीके से पालन नहीं किया। इस असंतोष के कारण M23 नामक विद्रोही समूह का गठन हुआ और उसने सरकार के खिलाफ हिंसा शुरू कर दी।