PoK में पाकिस्तान की कार्रवाई पर वैश्विक चुप्पी “शर्मनाक”, एक्सपर्ट बोले- इस्लामी देशों के पाखंड की खुल गई पोल

punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 01:14 PM (IST)

Islamabad: यूरोपीय लेखक और वेस्ट एशिया विशेषज्ञ माइकल अरिज़ांती ने पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) में नागरिकों की हत्या पर अंतरराष्ट्रीय चुप्पी की तीखी आलोचना की है। उन्होंने वैश्विक शक्तियों और इस्लामी देशों पर “शर्मनाक पाखंड” का आरोप लगाया और पूछा कि क्यों कश्मीरी मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को नजरअंदाज किया जा रहा है।

 

अरिज़ांती के अनुसार, मुज़फ़्फ़राबाद, धीर्कोट, रावलाकोट और मीरपुर में प्रदर्शनकारियों को किफ़ायती बिजली और आटे की मांग पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने गोली चलाई। इसमें कम से कम 10 लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हुए। 45 लाख लोगों पर लागू कर्फ्यू और संचार ब्लैकआउट के बावजूद यह हिंसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग रिपोर्ट नहीं हुई। अरिज़ांती ने कहा, “OIC, जो जम्मू-कश्मीर में भारत के खिलाफ तुरंत बयान देता है, PoK में हुई हत्याओं पर चुप है। इमाम और मंत्री जो हर शुक्रवार गाजा पर बोलते हैं, वे PoK में कहां हैं?”

 

उन्होंने पश्चिमी देशों पर भी सवाल उठाया कि जो यूक्रेन और गाजा के लिए बयान जारी करते हैं, वे PoK में पाकिस्तान की कार्रवाई पर चुप क्यों हैं। “क्या कश्मीरी खून कम मूल्यवान है?”वैश्विक कार्रवाई की अपील: अरिज़ांती ने संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ से इन हत्याओं की जांच और तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है, केवल पाकिस्तानी आंतरिक मामला नहीं।

 

उन्होंने स्पष्ट किया कि PoK के लोग अलगाववादी नहीं हैं, बल्कि बुनियादी अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, जैसे बिजली, खाने योग्य आटा और भरोसेमंद प्रतिनिधित्व।PoK के कश्मीरी वही अधिकार मांगते हैं जो दुनिया अन्य उत्पीड़ित लोगों के लिए मांगती है। उनका खून सस्ता नहीं और पुकार कमज़ोर नहीं; बस उनकी आवाज़ सुनी नहीं जाती।”


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Content Writer

Tanuja

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