ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की बैठक में यूरोपीय नेता शामिल होंगे
punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 11:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: यूरोपीय देशों और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेताओं ने रविवार को घोषणा की कि वे यूक्रेन-रूस के युद्ध को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शुक्रवार को ट्रंप की शिखर बैठक में यूक्रेनी नेता को शामिल न किए जाने के बाद फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के नेता उनके समर्थन में एकजुट हो रहे हैं। सोमवार को व्हाइट हाउस में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक के संबंध में यह कदम फरवरी में ट्रंप से मुलाकात के दौरान जेलेंस्की के साथ हुई तीखी झड़प की पुनरावृत्ति को रोकने का एक स्पष्ट प्रयास है।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुरोध पर, मैं कल व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ बैठक में शामिल होऊंगी।'' संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के सैन्य मिशन के पूर्व प्रमुख फ्रांसीसी जनरल (सेवानिवृत्त) डोमिनिक ट्रिनक्वांड ने कहा, ‘‘यूरोपीय लोग ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय) वाली घटना के दोहराए जाने से बहुत भयभीत हैं और इसलिए वे जेलेंस्की का पूरा समर्थन करना चाहते हैं।'' रविवार को एक के बाद एक कई यूरोपीय नेताओं ने भी घोषणा की कि वे अमेरिका जा रहे हैं। इनमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और नाटो सैन्य गठबंधन के महासचिव मार्क रूट शामिल हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने रविवार को एनबीसी के ‘मीट द प्रेस' कार्यक्रम में कहा कि संभावित युद्ध-विराम ‘‘संभवतः विचाराधीन'' है, लेकिन युद्ध को समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका ‘‘पूर्ण शांति समझौता'' होगा। पुतिन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे यूरोप को वार्ता में बाधा मानते हैं। उन्होंने जेलेंस्की से व्यक्तिगत रूप से मिलने से भी यह कहते हुए इनकार कर दिया कि ऐसी मुलाकात तभी हो सकती है, जब शांति समझौते की नींव रखी जा चुकी हो। ट्रंप के साथ अपनी बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए, रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि कीव और अन्य यूरोपीय देश ‘‘पर्दे के पीछे की साजिश'' के साथ संभावित प्रगति को पटरी से उतारने के लिए ‘‘बाधाएं पैदा'' कर सकते हैं। जेलेंस्की किसी भी वार्ता में अमेरिका और यूरोपीय देशों, दोनों की भागीदारी के महत्व पर जोर देते रहे हैं।