महिला पर हमले की कीमत पोलर बेयर ने जान दे कर चुकाई

punjabkesari.in Tuesday, Aug 09, 2022 - 01:59 PM (IST)

उत्तरी नॉर्वे के स्वालबार्ड आर्किपेलागो में एक पोलर बेयर यानी ध्रुवीय भालू को महिला पर हमला करने के बाद मार दिया गया. प्रकृति की गोद में इस सुदूर इलाके में लोग कैंपिंग के लिये आते हैं.इलाके का स्थानीय निवासी एक ध्रुवीय भालू सुबह सुबह कैंपिंग कर रहे लोगों के एक टेंट में घुस आया और एक महिला पर हमला किया जिसमें उसका हाथ जख्मी हो गया. महिला फ्रांस से सैलानियों के एक दल के साथ आई थी जिसमें उसके अलावा 24 और लोग थे. ये लोग टेंट में रह रहे थे. जख्मी महिला को आई चोट में उसकी जान को कोई खतरा नहीं है. अधिकारियों ने भालू को मारा भालू को गोलियां चला कर भगाया गया लेकिन इस दौरान वह इतना अधिक जख्मी हो गया कि बाद में उसे मार दिया गया. चीफ सुपरिटेंडेंट स्टाइन ओलाव ब्रेडिल ने बताया कि भालू, "बुरी तरह जख्मी हो गया था" और "पेशेवर जांच पड़ताल" के बाद उसे हमेशा के लिये सुला दिया गया. भालू को कैसे मारा गया इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है. यह भी पढ़ेंः ध्रुवीय भालुओं को नहीं मिल रहा है खाना जख्मी महिला को लोंगइयरब्येन के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्वालबोर्ड में यह इंसानों की सबसे बड़ी बस्ती है, जहां हैलीकॉप्टर के जरिये महिला को पहुंचाया गया. यह आर्किपेलागो आर्कटिक महासागर में नॉर्वे की मुख्य भूमि से करीब 800 किलोमीटर दूर है. सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे हमले की खबर आने के तुरंत बाद अधिकारियों ने कार्रवाई की. आर्कटिक आर्किपेलागो के प्रमुख अखबार स्वालबार्डपोस्टेन ने खबर दी है कि महिला की उम्र 40 साल से कुछ ज्यादा है और उसे बहुत मामूली चोट आई है. पहले भी होता रहा है भालुओं का हमला स्वालबार्ड में ध्रुवीय भालुओं के बारे में चेतावनी दी जाती रही है. बाहर खुले में सोने वालों को अधिकारी गंभीर चेतावनी देते हैं कि वो अपने साथ निश्चित रूप से बंदूक रखें. 1970 के दशक में कम से कम 5 लोगों को भालुओं ने मार दिया था. इससे पहले 2011 में ब्रिटेन का एक किशोर भालू के हमले में मारा गया था जबकि 2020 में 38 साल के एक डच नागरिक की भी भालू के हमले में मौत हुई. यह भी पढ़ेंः भालू चले गये लेकिन सवाल छोड़ गये इस हमले के बाद इस बात पर बहस तेज हो गई कि क्या लोगों को कैंप में रहने की अनुमति दी जानी चाहिये लेकिन इसे लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है. स्वालबार्ड में करीब 2,500 लोग रहते हैं. यहां रहने वालों में कुछ चाहते हैं कि ध्रुवीय भालुओं से आगाह करने के लिए 24 घंटे पहरेदारी की जाये जबकि दूसरे लोगों का कहना है कि उन सभी भालुओं को मार दिया जाये जो इंसानों के करीब आते हैं. नॉर्वे के प्रसारक एनआरके का कहना है कि 2009 से 2019 के बीच 14 ध्रुवीय भालुओं को मार दिया गया. आर्कटिक में 20-25 हजार ध्रुवीय भालू रहते हैं. 2015 में एक ध्रुवीय भालू एक चेक सैलानी को खींच कर ले गया था बाद में उसे गोलियां दाग कर भगाया गया और फिर अधिकारियों ने उस भालू को भी मार दिया था. एनआर/आरपी (डीपीए, एपी)

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