शक्तिशाली चक्रवात मोखा से म्यांमार में तबाही, 3 लोगों की मौत व करीब 700 घायल

punjabkesari.in Monday, May 15, 2023 - 12:12 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  शक्तिशाली तूफान मोखा के म्यांमा में दस्तक देने के बाद देश के पश्चिमी तट के पास के इलाकों में 12 फुट तक समुद्र का पानी भर जाने के कारण वहां फंसे करीब 1,000 लोगों को सोमवार को बचावकर्मियों ने निकाला। चक्रवात के कारण म्यांमा के इस हिस्से में संचार संपर्क कट गया है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हालांकि चक्रवात से हुई क्षति और मृतकों की संख्या अभी ज्ञात नहीं है। सितवे में ‘रखाइन यूथ्स फिलांथ्रोपिक एसोसिएशन' के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने का अनुरोध करते हुए बताया कि तेज हवाएं चलने के कारण हुई घटनाओं में 700 से अधिक लोग घायल हो गए और करीब 20,000 लोगों ने सितवे में मठों, पैगोडा और स्कूलों जैसे स्थानों पर शरण ली है।

 

उन्होंने बताया कि रविवार को चक्रवात मोखा के रखाइन राज्य में दस्तक देने के बाद तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में समुद्र का पानी घुस आया है। निवासी घरों की छतों पर और ऊपरी मंजिलों पर शरण लिए हुए हैं जबकि तेज हवाओं और आंधी के कारण तत्काल बचाव कार्य में बाधा आ रही है। बचाव समूह के नेता ने कहा, ‘‘कल शाम चार बजे तूफान थोड़ा कमजोर हुआ था लेकिन पानी नीचे नहीं उतरा। अधिकतर लोगों ने छतों पर और अपने मकान की ऊपरी मंजिल पर रहकर रात बिताई। पूरी रात तेज हवाएं चलती रहीं।'' उन्होंने बताया कि बाढ़ वाले इलाकों में सोमवार को सुबह तक करीब पांच फुट पानी भरा रहा, लेकिन हवाओं के शांत होने और सूरज निकलने के बाद बचाव कार्य जारी रहा।

 

उन्होंने नागरिक संगठनों और अधिकारियों से सहायता भेजने और निवासियों को वहां से निकालने की अपील की। इससे पहले चक्रवात के कारण म्यांमा में तीन लोगों की मौत होने और पड़ोसी बांग्लादेश में कई लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। हालांकि बांग्लादेश इस चक्रवात के असर से काफी हद तक बच गया है। म्यांमा के मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात मोखा के कारण रविवार दोपहर रखाइन राज्य में सितवे कस्बे के पास 209 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। तूफान पहले बांग्लादेश के सेंट मार्टिन द्वीप से गुजरा, जिससे वहां काफी क्षति हुई और कई लोग हताहत हुए।

 

इससे पहले दिन में तेज हवाओं के कारण कई मोबाइल टावर टूट गए, जिससे अधिकांश क्षेत्र में संचार संपर्क टूट गया। रखाइन में मीडिया की खबरों में कहा गया है कि चक्रवात के प्रभाव से हुई बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया जिससे निचले इलाकों में लोग अपने घरों में फंस गए। म्यांमा के सैन्य सूचना कार्यालय ने कहा कि तूफान ने सितवे, क्यौकप्यू और ग्वा कस्बों में घरों, बिजली के ट्रांसफार्मर, सेल फोन टावरों, नावों और लैम्पपोस्ट को नुकसान पहुंचाया है। इसने कहा कि तूफान के कारण देश के सबसे बड़े शहर यांगून से लगभग 425 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में कोको द्वीप पर खेल परिसरों की छतें भी गिर गई हैं।

 

सितवे में आश्रय स्थलों में सहायता कार्य कर रहे टिन नयेन ओ ने कहा कि 3,00,000 लोगों की आबादी वाले सितवे में 4,000 से अधिक लोगों को दूसरे शहरों से लाया गया है और 20,000 से अधिक लोगों ने मठों, पैगोडा और शहर के ऊंचाई वाले इलाकों में स्थित स्कूलों जैसी मजबूत इमारतों में आश्रय लिया है। एक स्थानीय चैरिटेबल फाउंडेशन के अध्यक्ष लिन लिन ने कहा कि अपेक्षा से अधिक लोगों के आने के बाद सितवे में आश्रय स्थलों में पर्याप्त भोजन नहीं है। म्यांमा में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के प्रतिनिधि टिटन मित्रा ने ट्वीट किया, ‘‘मोखा ने दस्तक दे दी है। 20 लाख लोग खतरे में हैं।  


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Content Writer

Tanuja

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