ड्रैगन की हिमाकत: ऑस्ट्रेलिया के समुद्र में चीनी युद्धपोतों का शक्ति प्रदर्शन ! लगाया 150 मील लंबा राऊंड, पीछा करती रही ऑस्ट्रेलियाई नौसेना

punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 01:26 PM (IST)

International Desk:  दुनिया पर कब्जे की महत्वकांक्षा रखने वाले चीन की हिमाकत बढ़ती जा रही है। ताइवान  और  जापान के क्षेत्रों में घुसपैठ के बाद अब  चीनी युद्धपोतों ने ऑस्ट्रेलिया के समुद्र में शक्ति प्रदर्शन किया जबकि ऑस्ट्रेलियाई नौसेना  पीछा करती रह गई।  ऑस्ट्रेलियाई नौसेना चीन के युद्धपोतों का पीछा कर रही है, जो सिडनी के 150 समुद्री मील पूर्व में यात्रा कर रहे हैं। यह चीन की नौसेना द्वारा ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर अब तक की सबसे दूर की यात्रा है। एक सप्ताह पहले, चीन का एक नौसेना समूह जिसमें दो युद्धपोत और एक आपूर्ति पोत शामिल हैं,  जो ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्वी तट पर दिखाई दिया था।

 

इस घटना को लेकर जानकारों का कहना है कि यह “अभूतपूर्व” है, क्योंकि चीन की नौसेना अब तक इतने दक्षिण तक नहीं आई थी। वे यह भी कहते हैं कि बीजिंग अब अपने शक्ति प्रदर्शन को प्रथम और द्वितीय द्वीप श्रृंखला से बाहर और भी दक्षिणी क्षेत्रों तक बढ़ा रहा है, जो जापान से इंडोनेशिया तक फैलती है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये युद्धपोत अंतरराष्ट्रीय जल में यात्रा कर रहे हैं। इसमें शामिल युद्धपोतों में एक फ्रिगेट 'हेंगयांग' और एक क्रूजर 'जुनयी' शामिल हैं।  विशेषज्ञों का कहना है कि चीन अपनी सैन्य शक्ति को एशिया से बाहर फैलाने की कोशिश कर रहा है। रिचर्ड मैक्ग्रेगोर ने कहा कि यह चीन की स्थिर नीति को दर्शाता है, क्योंकि चीनी नौसेना ऑस्ट्रेलिया और दक्षिणी प्रशांत द्वीपों में अपनी पैट्रोलिंग बढ़ा रही है। यह चीन की महत्वाकांक्षाओं का संकेत है, जो ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी प्रभाव से सीधे प्रतिस्पर्धा कर रही है।

 

यह घटना उस समय हुई जब अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल सैमुअल पापारो ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर रहे थे, जहां उन्होंने रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस और विदेश मंत्री पेनी वोंग से मुलाकात की। ऑस्ट्रेलियाई रक्षा विभाग और चीनी रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी देने से तुरंत इंकार कर दिया। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का सैन्य शक्ति प्रदर्शित करना अब अधिक बार हो रहा है और वे इसे दक्षिण चीन सागर जैसे अंतरराष्ट्रीय जल में ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की गतिविधियों पर प्रतिक्रिया के रूप में देखते हैं।


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Content Writer

Tanuja

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