Paris Olympics 2024: चीनी तैराकी डोपिंग कांड ने पेरिस ओलंपिक में मचाई खलबली, WADA पर उठे सवाल
punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2024 - 06:10 PM (IST)
International Desk: पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics) में तैराकी जगत को एक बड़े डोपिंग कांड ने हिला कर रख दिया है। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) और चीन की तैराकी टीम के सकारात्मक टेस्ट परिणामों को लेकर विवाद जारी है। प्रमुख तैराक एडम पीटी और माइकल फेल्प्स ने इस मामले पर चिंता जताई है। न्यूयॉर्क टाइम्स और जर्मन न्यूज़ संगठन ARD की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 के टोक्यो ओलंपिक से सात महीने पहले चीन के 23 तैराकों ने हृदय की दवा ट्राइमेथाज़िडीन (TMZ) के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। हैरानी की बात यह है कि इन तैराकों में से 11 पेरिस ओलंपिक में भी भाग ले रहे हैं। यह दवा आमतौर पर एथलीटों की सहनशक्ति बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित है।
इस कांड ने पेरिस खेलों तक अपना असर दिखाया है। इसके बावजूद चीनी तैराक झांग युफेई, जो महिलाओं की 200-मीटर बटरफ्लाई और 200-मीटर फ्रीस्टाइल रिले में स्वर्ण पदक विजेता हैं, और वांग शुन, जिन्होंने पुरुषों की 200-मीटर व्यक्तिगत मेडले में स्वर्ण पदक जीता था, पेरिस में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं। इस साल ही यह परिणाम सामने आए, जिसमें चीनी डोपिंग एजेंसी (Chinada) ने दावा किया कि तैराकों ने अनजाने में इस पदार्थ का सेवन किया था।
23 चीनी तैराकों ने 2021 में एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान ट्राइमेथाज़िडीन के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। Chinada ने दावा किया कि यह पदार्थ भोजन या सप्लीमेंट में मिलावट के कारण तैराकों के शरीर में गया। रूसी फिगर स्केटर कामिला वालियेवा को भी इसी दवा के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद प्रतिबंधित किया गया था, जबकि चीनी तैराकों को बरी कर दिया गया। इससे कई लोगों में असंतोष है और WADA की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
प्रमुख तैराक एडम पीटी और माइकल फेल्प्स ने चिंता व्यक्त की है कि इस कांड के कारण एथलीटों के बीच विश्वास की कमी हो सकती है। कुछ राष्ट्रीय संघों ने आरोप लगाया है कि चीन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है, जबकि चीन ने इसे "फेक न्यूज़" कहकर खारिज किया है।इस विवाद ने पेरिस ओलंपिक के माहौल को प्रभावित किया है। तैराक और अन्य एथलीट इस कांड के प्रभाव और खेल की निष्पक्षता को लेकर चिंतित हैं।