US में चीन के खतरनाक प्लान का खुला राज ! ट्रंप ने कसा शिकंजा, किया बड़ा ऐलान
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 08:15 PM (IST)

Washington: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडे के तहत चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की है कि वह एक फेडरल स्तर पर कानून लाने की तैयारी कर रहा है, जिससे चीन को अमेरिका में खेती की जमीन (Farmland) खरीदने से पूरी तरह रोका जा सकेगा। ट्रंप की कृषि मंत्री ब्रुक रोलिंस (USDA Secretary Brooke Rollins) ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह कदम अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चीनी कंपनियों और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी जमीन, खासकर खेती योग्य जमीन, बड़े पैमाने पर खरीदी है।
सैन्य ठिकानों के पास खरीदी गई जमीन
चिंता की बात यह है कि चीन द्वारा खरीदी गई कई जमीनें अमेरिका के सैन्य ठिकानों (Military Bases) के पास स्थित हैं। इससे देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा बताया जा रहा है। अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसियां पहले ही चेतावनी दे चुकी हैं कि चीन इस जमीन का इस्तेमाल जासूसी या निगरानी के लिए कर सकता है।
🇨🇳🇺🇸 CHINESE-OWNED FARMLAND NEAR U.S. MILITARY BASES RAISES ALARM
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) June 4, 2025
A chilling map illustrates widespread Chinese-owned farmland in America, strategically near critical military installations like Fort Liberty, Wright-Patterson AFB, and Naval Station Norfolk.
The red zones span… https://t.co/WxD4r867YP pic.twitter.com/QM2nd5iqDb
कई राज्यों ने पहले ही लगाई है रोक
हाल ही में फ्लोरिडा, साउथ डकोटा, टेक्सास और अन्य कुछ अमेरिकी राज्यों ने स्थानीय कानूनों के माध्यम से चीनी कंपनियों को जमीन खरीदने पर प्रतिबंध लगाया है। अब ट्रंप इसे राष्ट्रव्यापी नीति बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि सभी राज्यों में एक समान नियम लागू हो। ट्रंप ने इस मुद्दे पर बयान जारी करते हुए कहा, “हम अमेरिका की जमीन किसी भी विदेशी दुश्मन को नहीं दे सकते, चाहे वो चीन हो या कोई और। हमारी जमीन सिर्फ हमारे किसानों और नागरिकों की है।
चीन ने जानबूझकर हमारी कृषि भूमि में निवेश किया है ताकि हमारे खाद्य सुरक्षा ढांचे में सेंध लगाई जा सके। इसे अब हम और बर्दाश्त नहीं करेंगे।” ट्रंप का यह कदम 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी और अमेरिका में बढ़ती चीन विरोधी भावना के बीच एक मजबूत रणनीतिक संदेश माना जा रहा है। ट्रंप पहले भी Huawei, TikTok और अन्य चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की नीति का हिस्सा रहे हैं।