गाजा युद्ध पर ट्रंप के प्लान का चीन ने किया समर्थन: 8 अरब और मुस्लिम बहुल देश भी हुए खुश, कहा-तत्काल एक्शन शुरू हो
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 05:17 PM (IST)

International Desk: चीन ने मंगलवार को गाजा में युद्ध समाप्त करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना का समर्थन किया जिसमें शत्रुता को तत्काल समाप्त करना और हमास द्वारा बंधक बनाए गए 20 जीवित इजराइली बंधकों को रिहा करना शामिल है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने नई 20-सूत्री योजना के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘फिलीस्तीन और इजराइल के बीच तनाव कम करने के सभी प्रयासों का चीन स्वागत और समर्थन करता है।''
प्रवक्ता ने कहा कि चीन सभी संबंधित पक्षों से संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों को ईमानदारी से लागू करने, गाजा में तत्काल और व्यापक युद्धविराम लागू करने, सभी बंदियों को रिहा करने और स्थानीय मानवीय संकट को तत्काल कम करने का आह्वान करता है। ट्रंप के समझौते पर टिप्पणी करते हुए, शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी के मिडल ईस्ट स्टडीज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर लियू झोंगमिन ने मंगलवार को चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स को बताया कि ट्रंप प्रशासन की 20-सूत्री शांति योजना एक व्यापक रूपरेखा है जिसे गाजा युद्ध का अंत करीब होने के साथ बातचीत और समझौतों के माध्यम से विकसित किया गया है।
इससे पहले आठ अरब और मुस्लिम बहुल देशों ने गाजा में युद्ध समाप्त करने और अशांत क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्रीय योजना का मंगलवार को स्वागत किया। ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच वार्ता के बाद जारी की गई इस योजना में गाजा में युद्ध को तत्काल समाप्त करने और हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को 72 घंटे के भीतर रिहा करने का प्रस्ताव है।
हमास ने अभी तक इस शांति योजना को स्वीकार नहीं किया है। जॉर्डन, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्किए, सऊदी अरब और मिस्र के विदेश मंत्रियों ने शांति योजना का स्वागत किया। उन्होंने क्षेत्र में शांति के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी के महत्व पर जोर दिया। एक संयुक्त बयान के अनुसार, मंत्रियों ने युद्ध समाप्त करने, गाजा के पुनर्निर्माण, फलस्तीनी लोगों के विस्थापन को रोकने और व्यापक शांति को आगे बढ़ाने के राष्ट्रपति ट्रंप के प्रस्ताव की घोषणा का स्वागत किया।