NSG में भारत की सदस्यता पर चीन ने कहा:हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं

punjabkesari.in Monday, Nov 07, 2016 - 07:33 PM (IST)

बीजिंग : परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की इस सप्ताह विएना में होने वाली बैठक से पहले चीन ने कहा कि भारत की सदस्यता की दावेदारी को लेकर उसके रुख में ‘‘कोई परिवर्तन’’ नहीं हुआ है जिसमें उसने संकेत दिया है कि गैर एनपीटी देशों के प्रवेश को लेकर नियमों को इस समूह द्वारा अंतिम रूप देने के बाद ही इस बारे में विचार किया जाएगा। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस शुक्रवार को विएना में एनएसजी के पूर्ण सत्र का आयोजन होगा। फिलहाल हमारे रुख में कोई परिवर्तन नहीं है।’’

लू ने भारत और चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की गत चार नवंबर को हैदराबाद में हुई बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि चीन भारत सहित संबंधित पक्षों के साथ नजदीकी संपर्क में है और इस मुद्दे पर रचनात्मक बातचीत और समन्वय कर रहा है। एनएसए अजित डोभाल ने चीन के एनएसए एवं स्टेट काउंसिलर यांग जिएची के साथ हैदराबाद में बातचीत की थी जिस दौरान मुद्दा कथित तौर पर उठा था। यह वार्ता विएना में 11-12 नवंबर को होने वाली 48 सदस्यीय एनएसजी की बैठक से पहले हुई। मीडिया की खबरों के अनुसार उस बैठक में समूह उन नए सदस्यों को शामिल करने के दो चरणीय प्रक्रिया पर चर्चा कर सकता है जिन्होंने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।  एनएसजी की सदस्यता के लिए आवेदन करने वाले भारत और पाकिस्तान ने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।

चीन ने गत सप्ताह भारत के साथ एनएसजी में उसके प्रवेश को लेकर दूसरे दौर की वार्ता के बाद कहा था कि वह पहले उन सभी देशों को शामिल करने पर एक हल का प्रयास करेगा जिन्होंने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया है और उसके बाद भारत के विशिष्ट आवेदन पर चर्चा करेगा। चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा था, ‘‘एनएसजी में भारत के शामिल होने पर मैं आपको कह सकती हूं कि चीन का रुख बहुत ही स्पष्ट और पहले वाला ही है।’’

उन्होंने कहा था, ‘‘हम एक एेसा हल निकालने का प्रयास करेंगे जो सभी गैर एनपीटी देशों पर लागू हो और उसके बाद हम संबंधित गैर एनपीटी देश के विशिष्ट आवेदन पर चर्चा करेंगे।’’ इस मुद्दे पर संयुक्त सचिव (निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा) अमनदीप सिंह गिल और उनके चीनी समकक्ष वांग कुन के बीच यहां 31 अक्तूबर को हुई बातचीत के दौरान भी चर्चा हुई थी। वह बैठक डोभाल और यांग के बीच हैदराबाद में होने वाली बैठक से पहले हुई थी। चीन साथ ही पाकिस्तान के एनएसजी में प्रवेश को लेकर भी बातचीत कर रहा है। 


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