चीन ने अब छेड़ा भाषा युद्ध: 300 भाषाओं को खा जाएगी ‘मंदारिन’
punjabkesari.in Thursday, Dec 02, 2021 - 05:03 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: चीन की कम्युनिस्ट सरकार लोगों को मजबूर करने जा रही है कि वे एक ही भाषा बोलें। जिनपिंग सरकार ने अपनी भाषा ‘मंदारिन’ को 2035 तक दुनिया की भाषा बना देने का लक्ष्य रखा है। शुरूआत चीन से की जा रही है और चीन में 2025 तक 85 फीसदी आबादी को सिर्फ मंदारिन’ भाषा का ही प्रयोग करने के लिए मजबूर कर दिया जाएगा। इस तरह से चीन ने अब संस्कृति को नष्ट करने के लिए एक अलग तरह का भाषा युद्ध छेड़ दिया है। अगर ‘मंदारिन’ भाषा पूरे चीन में बोली जाएगी तो वह क्षेत्रीय और अल्पसंख्यकों की 300 भाषाओं को खा जाएगी।
चीन ने ‘मंदारिन’ को बढ़ावा देने के लिए आक्रामक अभियान शुरू किया है और उसका कहना है कि 2025 तक उसके 85 फीसदी नागरिक राष्ट्रीय भाषा का उपयोग करने लगेंगे। चीन की कैबिनेट, स्टेट काऊंसिल द्वारा मंगलवार को जारी आदेश में कहा गया कि ‘मंदारिन’ का प्रयोग अभी काफी कम है और आधुनिक अर्थव्यवस्था की मांग को पूरा करने के लिए इसमें सुधार की जरूरत है।
विरोध जारी
चीन के इस कदम का बड़े पैमाने पर लोग विरोध कर रहे हैं। तिब्बती समुदाय का कहना है कि ऐसे तो हमारी भाषा ही मर जाएगी। विरोध करने वालों का तर्क है कि अल्पसंख्यक भाषाओं का क्षरण होता जा रहा है। उन्होंने इसे संस्कृति को नष्ट करने का अभियान बताया है।