चीन का ताइवान पर आक्रमण का फुल प्लान! ‘मॉक ताइपेई’ युद्ध-जोन तैयार, सैन्य अभ्यास किया तेज
punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 03:11 PM (IST)

International Desk: ताइवान और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन ने आक्रामक सैन्य विस्तार को तेज कर दिया है। बीजिंग ने इंटरनल मंगोलिया के झुरीहे ट्रेनिंग बेस में ताइपेई के सरकारी भवनों की विशाल नकली प्रतिकृति तैयार की है। यह विस्तार पिछले पांच वर्षों में लगभग तीन गुना बड़ा हो गया है। विशेषज्ञ इसे ताइवान पर दबाव बनाने और संभावित आक्रमण की तैयारी के रूप में देख रहे हैं। चीन ने ताइवान पर दबाव बढ़ाने के लिए झुरीहे ट्रेनिंग बेस, इंटर्नल मंगोलिया में ताइपेई के सरकारी भवनों की विशाल नकली प्रतिकृति तैयार की है। सैटेलाइट इमेज से पता चला है कि यह मॉक साइट 2020 के बाद लगभग तीन गुना बड़ा हो गया है। मॉक ताइपेई का निर्माण चीन की सैन्य शक्ति और आक्रामकता को दर्शाता है। इसके माध्यम से चीन ताइवान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश देना चाहता है कि वह ताइवान पर दबाव बनाने और सैन्य विकल्पों को लागू करने के लिए तैयार है।
नकली भवनों में शामिल हैं प्रमुख संस्थान
इस नकली ताइपेई में ताइवान का राष्ट्रपति कार्यालय, न्यायालय (जुडिशियल युआन), विदेश मंत्रालय और हाल ही में रक्षा मंत्रालय का रिजर्व कमांड शामिल हैं। इसके अलावा 280 किलोमीटर लंबा सुरंग मार्ग भी बनाया गया है, जो दिखाता है कि ताइवान के नेता भूमिगत आश्रयों का भी लाभ नहीं उठा सकते।
PLA का प्रशिक्षण और युद्धाभ्यास
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) पिछले एक दशक से इन नकली भवनों में युद्धाभ्यास कर रही है। सैटेलाइट इमेज में सैनिकों को सड़क अवरोध हटाते और बख्तरबंद ब्रिगेड्स के साथ शहरी युद्धाभ्यास करते देखा गया है। PLA यहां वास्तविक युद्ध की तैयारी और रणनीति सुधार पर ध्यान दे रही है।
चीन की रणनीति और संदेश
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने PLA को “यथार्थवादी युद्धाभ्यास” पर जोर दिया है। यह कदम सिर्फ सैन्य तैयारी नहीं, बल्कि ताइवान पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का भी प्रयास है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संकेत है कि चीन ताइवान स्ट्रेट में सतर्कता बढ़ाने के लिए तैयार है और संभावित आक्रमण के लिए अपनी रणनीति मजबूत कर रहा है।