भारत के दबाव में झुका कनाडा! खालिस्तानी समर्थकों पर सख्ती, पोस्टर-बैनर हटाने के आदेश
punjabkesari.in Sunday, Sep 24, 2023 - 06:44 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः खालिस्तानी आतंकियों को लेकर भारत सरकार के दबाव का असर कनाडा पर दिखने लगा है। खालिस्तानी समर्थकों पर कनाडा सरकार ने सख्ती करना शुरू कर दिया है। ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में खालिस्तान के समर्थन में लगे होर्डिंग और बैनर महत्वपूर्ण जगहों से हटाने के आदेश दिए गए हैं। खालिस्तानी समर्थकों ने अपने प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाते हुए जगह-जगह पोस्टर लगाए थे। ताकि लोग इनको देखें और प्रभावित हों। लेकिन अब इनको हटाया जा रहा है। ब्रिटिश कोलंबिया प्रांस के प्रमुख इलाकों में भारी संख्या में पोस्टर-बैनर लगाए गए थे। इसके अलावा कनाडा ने अमेरिका सीमा पर भी रह रहे खालिस्तान समर्थक संगठनों को इसी तरीके से अपने प्रोपेगेंडा मटेरियल को हटाने के निर्देश दिए हैं।
After pressure from India & other countries, Canadian authorities order Gurudwara where Nijjar was staying to remove controversial anti India hate posters. pic.twitter.com/ACzurJQ21A
— Frontalforce 🇮🇳 (@FrontalForce) September 24, 2023
बता दें कि खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में तनातनी के चल रही है। निज्जर कोई धार्मिक और सामाजिक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक आतंकवादी था, जो आतंकी प्रशिक्षण शिविर चलाने और आतंकवादी कृत्यों के वित्तपोषण में शामिल था। हरदीप सिंह निज्जर, गुरदीप सिंह उर्फ दीपा हेरनवाला का करीबी सहयोगी था। हेरनवाला 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में पंजाब में लगभग 200 लोगों की हत्या में शामिल था।
उधर, कनाडा और भारत के संबंधों में तनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से कनाडा में मौजूद प्रवासी भारतीयों और छात्रों के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित करने का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री को लिखे अपने पत्र में जाखड़ ने कनाडा में रहने वाले भारतीय नागरिकों की चिंताओं को उजागर करते हुए उनसे इस समस्या के अंतिम समाधान तक कनाडा में देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए केंद्र द्वारा किए जा रहे उपायों को बताते हुए एक विस्तृत बयान जारी करने का आग्रह किया। जाखड़ ने पत्र में कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि यह कनाडा में रहने वाले हमारे लोगों और विशेष रूप से पढ़ाई के लिए विदेश जाने का इंतजार कर रहे छात्रों में व्याप्त गहरी चिंता, घबराहट को शांत करने में काफी मददगार साबित होगा।