US चुनाव के बाद बाइडेन ने पहली बार जिनपिंग से की बात, दिया सख्त संदेश
punjabkesari.in Thursday, Feb 11, 2021 - 03:49 PM (IST)
बीजिंग: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए अमेरिका और चीन को मिलकर काम करना चाहिए। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह बात कही। नवंबर में हुए अमेरिकी चुनाव जीतने और पिछले महीने राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति के बीच यह पहला सीधा संपर्क है। चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने जिनपिंग के हवाले से कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्थिति में पूर्ण अनिश्चितता की स्थिति में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में चीन और अमेरिका पर विशेष जिम्मेदारी है।
दोनों पक्षों को संयुक्त रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता की रक्षा करनी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय शांति और विकास में ऐतिहासिक योगदान देना। अमेरिकी चुनाव जीतने के बाद जो बाइडेन और शी चिनफिंग के बीच यह पहली बातचीत है।इससे पहले पिछले साल मार्च में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति के बीच बात हुई थी। लगभग 11 महीनों के लंबे समय के बाद दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच फोन पर यह पहली बातचीत है। इस दौरान बाइडेन ने मानवाधिकार, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चीन को सख्त संदेश दिया।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल मार्च में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति के बीच आखिरी बार बात हुई थी। लगभग 11 महीनों के लंबे समय के बाद दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच फोन पर हुई यह पहली बातचीत है। इस दौरान दोनों देशों के बीच के संबंध अपने सबसे खराब स्तर पर आ गए हैं। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और शी जिनपिंग के बीच कोरोना महामारी का मुकाबला करने, वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और हथियारों के प्रसार को रोकने की साझा चुनौतियों पर बात हुई।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करता है। इससे पहले सोमवार को बाइडेन ने PM मोदी से बात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने प्राथमिकताएं साझा करने के साथ ही कई क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे बाहर शांति और सुरक्षा के वास्ते रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए तत्परता व्यक्त की।