ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट के नजदीक मंडराता दिखा चीन का जासूसी युद्धपोत, AUS-US की बढ़ी टेंशन

punjabkesari.in Saturday, May 14, 2022 - 10:57 AM (IST)

 कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तट के नजदीक चीन का जासूसी युद्धपोत  मंडाराता देख ऑस्ट्रेलिया-अमेरिका की टेंशन बढ़ गई है। यह युद्धपोत ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी समुद्री तट के नजदीक गश्त लगा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी समुद्री तट पर कई सैन्य और खुफिया प्रतिष्ठान है, जिनका इस्तेमाल अमेरिकी नौसेना भी करती है।अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में मौजूद रहने के कारण ऑस्ट्रेलियाई नौसेना ने अभी तक कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका सैटेलाइट, गश्ती विमान, रडार और दूसरी तकनीकों के जरिए चीन के इस इंटेलिजेंस कलेक्शन वेसल हैवांगक्सिंग पर नजर रखे हुए हैं। चीन ने हाल में सोलोमन आइलैंड के साथ सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं जिसके बाद से चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच तनाव बढ़ गया है।

 

ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि जासूसी क्षमता वाला चीन का एक युद्धपोत देश के पश्चिमी तट के पास गश्त लगा रहा है और यह एक “आक्रामक कार्रवाई” है। रक्षा मंत्री पीटर डटन ने कहा कि शुक्रवार सुबह पोत को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के ब्रूम से 250 नॉटिकल मील दूर उत्तर की ओर जाते हुए देखा गया और पिछले एक सप्ताह से इस पर नजर रखी जा रही है। डटन ने कहा, “जाहिर है कि इसका इरादा तट के पास खुफिया जानकारी एकत्र करना है।” उन्होंने कहा, “यह ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर सैन्य और खुफिया प्रतिष्ठानों के नजदीक है।” रक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई चीनी युद्धपोत दक्षिण में इतनी दूर तक आया है और इस पर विमानों तथा तकनीक के जरिये निगरानी रखी जा रही है।

 

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक आक्रामक कार्रवाई है क्योंकि यह दक्षिण में इतनी दूर तक आया है।” चीन ने हाल में सोलोमन आइलैंड्स के साथ सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं जिसके बाद से चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच तनाव बढ़ गया है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में 21 मई को आम चुनाव होने हैं। ऐसे में चीनी जासूसी जहाज का ऑस्ट्रेलियाई समुद्री तट के नजदीक गश्त लगाना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चीन ने पहले भी अपने एजेंट्स के जरिए ऑस्ट्रेलियाई चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा एक प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है। सभी प्रमुख पार्टियां राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने-अपने बयान जारी कर रही हैं।

 

 


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Content Writer

Tanuja

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