एवरेस्ट को चीरकर नेपाल तक रेल पंहुचाने की तैयारी में चीन

punjabkesari.in Sunday, Apr 12, 2015 - 09:45 PM (IST)

नई दिल्ली: ड्रेगन भारत की आंखो में धूल झोंककर माउंट एवरेस्ट के नीचे सुरंग बनाकर काठमांडू तक रेल लाइन बिछाने की योजना बना रहा है। हालांकि चीनी अखबार ने ये खबर अब पेश की हो लेकिन चीन बहुत पहले से इस योजना को अंजाम तक पंहुचाने में जुटा है। तिब्बत ऑटोनॉमस रिजन सीपीसी कमेटी के एक्जक्यूटिव डिप्टी सेक्रेटरी वू यिंग्जी का कहना है कि हमने कई रेल लाइन बिछाई हैं , हम शांतिपूर्ण सह अस्तित्व में भरोसा करते हैं। जेसे अमेरिका और कनाडा और यूरोप के देश रेल और यातायात के मामले में साथ हो गए, वैसे ही हमें भी होना चाहिए। नेपाल हमारी रेल को अपने देश तक ले जाने के लिए लगातार आग्रह करता रहा है।

गौरतलब है कि बीजिंग से ल्हासा और ल्हासा से सिगात्से तक रेल लाइन बिछ चुकी है। बता दें कि सिगात्से नेपाल सीमा के करीब है। इस रेल लाइन को आगे बढ़ाकर चीन काठमांडू तक आसानी से पंहुच सकता है, लेकिन इसके बीच माउंट एवरेस्ट खड़ा है। चीन ने जिस तेजी से तिब्बत तक रेल पंहुचाने में सुरंग और पुल बनाने में महारथ हासिल कर ली है, उससे यह चुनौती चीन के लिए बड़ी नहीं है। नेपाली पत्रकार सेला खत्री का कहना है कि चीन लगातार नेेपाल से नजदीकी बढ़ाने पर लगा है, नेपाल को इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत जरूरत है, इसलिए नेपाल चीन की तरफ देख रहा है।

यदि रेल एवरेस्ट के इस पार पंहुच गई तो फिर उसे भारत- नेपाल सीमा तक बढ़ाने में भी देर नहीं लगेगी। यह भारत के लिए चिंता की बात है क्योंकि नेपाल के साथ भारत की सैकड़ो किमी लंबी मैदानी सीमा है और भारत अभी तक यहां सड़क मार्ग का भी विस्तार नहीं कर पाया है।
 


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