इजराइल से जंग के बीच ईरान के नए सुप्रीम लीडर बने मोजतबा, खामेनेई ने छोटे बेटे को बनाया उत्तराधिकारी, जानें कितनी है कुल संपत्ति
punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2024 - 02:52 PM (IST)
International Desk: ईरान (Iran) में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव होने जा रहा है। 85 वर्षीय अयातुल्लाह अली खामेनेई (Ali Khamenei) , जो 1989 से ईरान के सुप्रीम लीडर के पद पर हैं, अब अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने बेटे मोजतबा खामेनेई (Mojtaba Khamenei) को इस पद पर नियुक्त किया । ईरान के वर्तमान सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई , जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, ने देश के नए सुप्रीम लीडर के चयन की प्रक्रिया को गोपनीय तरीके से अंजाम दिया। जानकारी के मुताबिक मोजतबा खामेनेई को 26 सितंबर 2024 को एक्सपर्ट असेंबली ने सर्वसम्मति से नए सुप्रीम लीडर के रूप में चुना था लेकिन इसकी अधिकारिक घोषणा अब 2 माह बाद की गई है । एक्सपर्ट असेंबली 86 वरिष्ठ मौलवियों का समूह है, जो हर 8 साल में चुना जाता है और देश का सर्वोच्च धार्मिक और राजनीतिक नेता तय करता है। चयन के लिए असेंबली के दो-तिहाई सदस्यों की सहमति आवश्यक होती है। खुद अयातुल्लाह खामेनेई ने 60 मौलवियों को बुलाकर इस फैसले को अंजाम देने का निर्देश दिया।
मोजतबा खामेनेई का परिचय
मोजतबा खामेनेई अयातुल्लाह खामेनेई के दूसरे बेटे हैं और एक शिया मौलवी हैं। वह लंबे समय से इस्लामिक क्रांति के तहत शक्तिशाली धार्मिक और राजनीतिक संगठनों से जुड़े रहे हैं। यह पहली बार होगा जब ईरान के इतिहास में किसी नेता का उत्तराधिकारी उसके परिवार से होगा। मोजतबा खामेनेई अयातुल्लाह खामेनेई के छोटे बेटे हैं और लंबे समय से सत्ता के केंद्र में रहे हैं। उन्होंने ईरान के पवित्र शहर कुम में धार्मिक शिक्षा प्राप्त की और इस्लामी कानून में विशेषज्ञता हासिल की। मोजतबा का प्रभाव ईरान की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों में काफी मजबूत है। कहा जाता है कि उनकी योजनाओं के तहत कई महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर उनके भरोसेमंद लोग नियुक्त किए गए हैं।
मोजतबा खामेनेई के चयन में विवाद
मई 2024 में राष्ट्रपति रईसी की हेलिकॉप्टर क्रैश में मृत्यु के बाद मोजतबा का रास्ता साफ हो गया। रईसी को खामेनेई का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा था। उनकी मृत्यु से जुड़े विवादों में मोजतबा का नाम सामने आया। रईसी का हेलिकॉप्टर अजरबैजान प्रांत में वर्जेकान की पहाड़ियों में क्रैश हुआ था। इस दुर्घटना का कारण खराब मौसम बताया गया, लेकिन इसे साजिश का हिस्सा भी माना जा रहा है। कुछ लोग इसे इजरायल की साजिश बताते हैं, तो कुछ इसे ईरान के आंतरिक सत्ता संघर्ष का नतीजा मानते हैं।रईसी की मृत्यु के बाद मोजतबा का दबदबा बढ़ गया। इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC), जो पहले रईसी का समर्थन करती थी, अब मोजतबा के करीब मानी जाती है। सुप्रीम लीडर के तौर पर खामेनेई ने पिछले 35 वर्षों में गार्जियन काउंसिल जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों में अपने भरोसेमंद लोगों को नियुक्त किया। इससे मोजतबा के सत्ता में आने का रास्ता तैयार हुआ।
खामेनेई परिवार का आर्थिक साम्राज्य
रिपोर्ट्स के अनुसार अली खामेनेई के पास 95 बिलियन डॉलर की संपत्ति का सीधा नियंत्रण है। मोजतबा खामेनेई और उनके भाई मोस्तफा और मसूद का इस संपत्ति पर भी प्रभाव है। मोजतबा खामेनेई का उत्तराधिकारी बनना ईरान में एक नई शुरुआत का संकेत है, लेकिन उनके सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। एक तरफ देश में बढ़ता असंतोष और आर्थिक संकट है, तो दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय दबाव और संभावित युद्ध का खतरा। मोजतबा को इन समस्याओं से निपटने के लिए न केवल जनता का भरोसा जीतना होगा, बल्कि एक कुशल नेतृत्व भी दिखाना होगा। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, खामेनेई परिवार का कुल साम्राज्य करीब 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है। ईरान का GDP लगभग 388 बिलियन डॉलर है, जो दिखाता है कि खामेनेई परिवार का प्रभाव देश की कुल अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा है। मोजतबा खामेनेई के पास इस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी मानी जाती है। इस बैंक के कई सहायक कंपनियां और 380 मिलियन डॉलर के संपत्ति मूल्य हैं।