इजराइल ने लेबनान के नगरपालिका भवन पर अटैक में मार डाले 15 हिज़बुल्लाह सदस्य; US नागरिक की भी मौत, 20 शहर खाली करने के आदेश
punjabkesari.in Thursday, Oct 03, 2024 - 04:36 PM (IST)
International Desk: इजराइल और लेबनान जंग (Israel Lebanon war) दौरान हिज़बुल्लाह और इज़राइली सैनिकों के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे क्षेत्रीय युद्ध की आशंका बढ़ गई है। गुरुवार की सुबह, इजराइल ने बेरूत के केंद्र में हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम छह लोग मारे गए। इसके बाद इजराइली रक्षा बलों (IDF) ने घोषणा की कि दक्षिणी लेबनान के एक नगरपालिका भवन पर हमले में 15 हिज़बुल्लाह के सदस्य मारे गए हैं। इस बीच, आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान के 20 से अधिक कस्बों के निवासियों को तुरंत अपने घर खाली करने की चेतावनी जारी की है। इससे पहले, तीन मिसाइलें बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहीयेह में भी गिरीं, जहाँ पिछले सप्ताह हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी।
इस क्षेत्र में जोरदार धमाके सुने गए, जिससे लोगों में खौफ पैदा हो गया।इजराइली सेना ने यह भी बताया कि दक्षिणी लेबनान में उसकी जमीनी कार्रवाई में आठ इजराइली सैनिक मारे गए हैं। इज़राइल का दावा है कि इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य हिज़बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल की जा रही सुरंगों और अन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट करना है। इज़राइल ने दक्षिणी लेबनान के कुछ क्षेत्रों के निवासियों को उत्तर की ओर पलायन करने के आदेश भी दिए हैं, ताकि उन्हें हमलों से बचाया जा सके।
लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजराइली बमबारी के कारण कई लोग घायल हो गए हैं। हाल के हमलों के कारण बेरूत और आसपास के क्षेत्रों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई है। इस बीच, अमेरिका से खबर आई है कि इजराइली हवाई हमले में मिशिगन के डियरबॉर्न निवासी अमेरिकी नागरिक कमाल अहमद जव्वाद की मौत हो गई। उनकी बेटी ने इसकी पुष्टि की और बताया कि वह एक अमेरिकी नागरिक थे। डेमोक्रेटिक अमेरिकी प्रतिनिधि राशिदा तलैब के कार्यालय ने यह जानकारी दी और बताया कि वह जव्वाद के परिवार के संपर्क में हैं।
भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात की। भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कही है। भारत ने अपने नागरिकों को ईरान की गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह भी दी है, क्योंकि युद्ध की स्थिति में व्यापार मार्गों और यात्रा पर खतरे की आशंका बढ़ गई है।