जानिए फूड कोमा के लक्षण और इससे बचने के उपाय

punjabkesari.in Monday, Apr 04, 2022 - 12:58 PM (IST)

क्या आपको भी पेटभर के भोजन करने के बाद नींद या आलस आने की शिकायत रहती है, और ना चाहते हुए भी आपका मन आपको सोने के लिए प्रेरित करता है, तो आपको बतादें कि इसके पीछे का कारण "फूड कोमा" है। जो अक्सर नींद और ऊर्जा के स्तर में कमी की भावना को दर्शाता है, ऐसी स्थिति आमतौर पर खाने के बाद बनती है। मेडिकल भाषा में इसे प्रोस्टप्रेंडियल सोम्नोलेंस कहा जाता हैं।

प्रोस्टप्रेंडियल सोम्नोलेंस, जिसे बोलचाल की भाषा में फूड कोमा कहा जाता है, थकान या नींद की ऐसी भावना है जो खाना खाने के तुरंत बाद हो सकती हैं। पोस्टप्रांडियल सोम्नोलेंस खाने के बाद की स्थिति को संदर्भित करता है, जबकि सोम्नोलेंस नींद आने की स्थिति से संबद्ध हैं। वैसे देखा जाए तो यह शरीर में भोजन को पचाने की एक प्राकृतिक जैविक प्रतिक्रिया हो सकती है, जो आपके भोजन के प्रकार पर निर्भर करता है या ये किसी और चीज के कारण भी हो सकता है। शोधकर्ता अभी भी पोस्टप्रांडियल सोम्नोलेंस के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
PunjabKesari

फूड कोमा के लक्षण

प्रोस्टप्रेंडियल सोम्नोलेंस के लक्षणों में नींद या उनींदापन, ऊर्जा की कमी, ध्यान या एकाग्रता की कमी शामिल है। उल्लिखित लक्षण कुछ या अधिक घंटों के बीच रह सकते हैं।

फूड कोमा की वजह और इससे बचने के तरीके

कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन शरीर को ट्रिप्टोफैन को अवशोषित करने में मदद करता है। यह एक एमिनो एसिड है जिसका उपयोग शरीर सेरोटोनिन बनाने के लिए करता हैं। सेरोटोनिन एक हार्मोन है जो नींद, पाचन और मनोदशा को नियमित करने में सहायता करता हैं। इसे सामान्य भोजन के बाद की भावनाओं जैसे खुशी, सुस्ती और तृप्ति के लिए जिम्मेदार माना जाता हैं।





 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Custom

Auto Desk

Recommended News