Review: बाप-बेटे के रिश्ते की जटिलताओं और संवेदनाओं की गहरी परतें खोलती है फिल्म The Mehta Boys
punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2025 - 11:05 AM (IST)
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फिल्म: द मेहता बॉयज (The Mehta Boys)
स्टारकास्ट: बोमन ईरानी (Boman Irani), अविनाश तिवारी (Avinash Tiwari), श्रेया चौधरी (Shreya Chaudhary) और पूजा सरूप (Pooja Sarup)
निर्देशक: बोमन ईरानी (Boman Irani)
OTT प्लेटफॉर्म: प्राइम वीडियो
रेटिंग: 3.5
The Mehta Boys: बोमन ईरानी और अविनाश तिवारी स्टारर फिल्म 'द मेहता बॉयज' OTT प्लेटफॉर्म प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म बाप-बेटे के रिश्ते की जटिलताओं और संवेदनाओं की गहरी परतों से रूबरू कराती है। एक्टर बोमन ईरानी ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। बोमन ईरानी और अविनाश तिवारी के अलावा श्रेया चौधरी और पूजा सरूप मुख्य भूमिकाओं में हैं। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म द मेहता बॉयज।
कहानी
फिल्म की कहानी एक मिडिल क्लास परिवार के संघर्ष और उनके जीवन में आगे बढ़ने की इच्छा के इर्द-गिर्द घूमती है। जिसमें एक पिता (बोमन ईरानी) और उसका बेटा अमय (अविनाश तिवारी) हैं जो हमेशा एक दूसरे से नोक-झोंक करते रहते हैं। अमय को हमेशा लगता है कि वह कुछ भी कर ले लेकिन उसके पिता उसे कभी नहीं समझेंगे और ना ही कभी उससे खुश होंगे। बाप-बेटे के बीच एक दूसरे के लिए परवाह भी है लेकिन दोनों गलतफहमियों और अनसुलझे मुद्दों को लेकर एक दूसरे से कटते रहते हैं। अमय की गर्लफ्रेंड जारा (श्रेया चौधरी) जो अमय को अपने पिता के साथ अपनी समस्याओं का सामना करने के लिए हौसला देती है। अब दोनों बाप बेटों के बीच किस तरह का टकराव होता है दोनों एक-दूसरे को समझने में कामयाब हो पाते हैं या नहीं ये जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
अभिनय
बोमन ईरानी और अविनाश तिवारी की अदाकारी फिल्म का सबसे मजबूत पहलू है। बोमन ईरानी ने पिता की भूमिका में अपने अनुभव और संवेदनाओं को बखूबी पर्दे पर उतारा है। उनका किरदार दर्शकों को भावनाओं के गहरे समंदर में डुबकी लगाने के लिए मजबूर करता है। अविनाश तिवारी ने बेटे अमय का किरदार निभाया है, जो परिवार की जिम्मेदारियों और व्यक्तिगत नाराजगी के बीच उलझा हुआ है। श्रेया चौधरी भी फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो कहानी को और भी संवेदनशील बनाती हैं। पूजा सरूप ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है।
निर्देशन
बोमन ईरानी ने इस फिल्म को अपने निर्देशन में आकार दिया है, और उन्होंने बाप-बेटे के रिश्ते की जटिलताओं को बेहद संवेदनशील और दिल छूने वाले तरीके से पेश किया है। फिल्म का निर्देशन गहरे भावनात्मक पहलुओं को उजागर करने में सफल रहा है, जहां हर दृश्य अपने आप में एक कहानी कहता है। विशेष रूप से, बाप और बेटे के बीच के टकराव और अनकहे प्यार को जिस तरह से उन्होंने पेश किया है, वह दर्शकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाता है। बोमन ईरानी का निर्देशन इस फिल्म को न केवल एक पारिवारिक कहानी बनाता है, बल्कि यह हर व्यक्ति के जीवन में मौजूद रिश्तों की गहराई को भी दर्शाता है।