Exclusive Interview: ‘सुल्तान ऑफ दिल्ली’ सीरीज के बारे में अंजुम शर्मा और ताहिर राज भसीन ने ‘पंजाब केसरी’ गु्रप से की खास बातचीत

punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2023 - 03:44 PM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। ताकत पाने की ललक, दिल को सुकून देने वाली दोस्ती और 60 के दशक के जादू को दिखाने वाली दमदार वैब सीरीज ‘सुल्तान ऑफ दिल्ली’ का दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ‘सुल्तान ऑफ दिल्ली’ ‘असेंशन बाय अर्णब र’ किताब पर आधारित है, जिसे मिलन लुथरिया ने डायरैक्ट किया है। यह सीरीज 13 अक्तूबर, 2023 को डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज होगी, जिसमें ताहिर राज भसीन, अंजुम शर्मा, अनुभवी एक्टर विनय पाठक, अनुप्रिया गोयनका, मौनी रॉय, हरलीन सेठी, मेहरीन पीरजादा और निशांत दहिया जैसे शानदार एक्टर्स मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। सीरीज के बारे में अंजुम शर्मा और ताहिर राज भसीन ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबाणी/हिंद समाचार से खास बातचीत की।




Tahir Raj Bhasin
 

Q.इस वैब सीरीज से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं?
A.
अभी तक हमें जो फीडबैक आए हैं, वह बहुत अच्छे हैं। लोग कंफ्यूज हैं कि यह फिल्म है या वैब सीरीज है, जो हमारे लिए अच्छा कॉम्प्लिमैंट है। हमें भी सैट पर कभी यह अंतर नहीं लगा कि हम फिल्म शूट कर रहे हैं या सीरीज। मिलन सर का एक स्टाइल है, क्लासी और स्टाइलिस्ट सिनेमा बनाना और इस वैब सीरीज में भी आपको वह स्टाइल देखने को मिलेगा। इस सीरीज से बहुत सारा एक्शन, रोमांस और दोस्ती देखने को मिलेगी।

 

Q.वेब सीरीज में आपका किस तरह का किरदार है और उसमें कितने रस देखने को मिलेंगे?
A.
जिस तरह का यह किरदार है, अगर मैं उसके चरित्र की बात करूं तो उसमें एक रोमांच है। उसमें गंभीरता के अंदर एक हल्कापन भी है और सबसे खास बात यह है कि जो रिश्ता है बंगाली और अर्जुन के बीच में वह उसके बचपने को रिलीफ देता है। एक्टर की लाइफ में ऐसे किरदार बहुत कम आते हैं, जिसमें उनका पाथ क्लीयर हो। अर्जुन का किरदार दिमाग से सोचता है ओर बंगाली का किरदार दिल से सोचता है। कुछ समय ऐसा भी आता है जब यह दोनों किरदार एक-दूसरे की विपरीत हो जाते हैं।


Anjum sharma

Q.आप अपने बंगाली के किरदार से कितना रिलेट कर पाए और इसमें क्या चुनौतियां आईं?
A.मेरा यह मानना है कि हर एक्टर का किरदार की तैयारी करने का तरीका अलग-अलग होता है और वह कंटैंट, शो और सीरीज की मांग के हिसाब से अपनी तैयारी करते हैं। मैं अपनी बात करूं तो इमोशनल ग्राफ, सोच क्या है, फैसले लेने के तरीके के बारे में पता चल जाए तो मैं उसके लिए पूरी तरह से क्लीयर हो जाता हूं। दूसरी बात यह है कि मैंने ताहिर और अपने बीच के बारे में किताब नहीं पढ़ी थी। मैं पढऩे जा रहा था कि मेरी मिलन सर से मुलाकात हो गई और उन्होंने बोला कि अगर तुमने अभी तक किताब नहीं पढ़ी है तो अब मत पढ़, क्योंकि जो किरदार लिखा गया है वह किताब से हटकर सीरीज के दायरे में लिखा गया है। मेरा प्वाइंट यह है कि डायरैक्टर जो चाहता है मैं वही करता हूं। उन्होंने मुझे तीन-चार गाइडलाइन दी तो मेरे सामने किरदार का पूरा खाका तैयार हो गया। सीरीज में बंगाली का कोई दोस्त नहीं है, उसे जब भी कोई देखता है तो अकेला ही पाता है, उसके अंदर जो खालीपन है वह उससे उलटा अर्जुन से जोडऩे लगता है। सीरीज में दोनों किरदारों का बहुत ही मजबूत और प्यारा रिश्ता दिखाया गया है।



Q.ऑफ स्क्रीन आप दोनों की कैमिस्ट्री कितनी जल्दी बिल्ड हुई?
A.
बहुत सारे एक्टर्स होते हैं जो वर्कशॉप वगैरह करते हैं, तो उस समय कोविड का माहौल था तो हम उतना समय नहीं दे पाए लेकिन हमारे कुछ सीन थे स्क्रिप्ट में, हम भी कुछ इसी तरह पहली बार मिलते हैं। इसका पूरा श्रेय निर्देशक को जाता है कि हम दोनों स्क्रिप्ट और रियल में एक तरह से मिले। इसके बाद बातचीत शुरू हुई। जब आप इतने बड़े प्रोजैक्ट पर काम करते हैं तो एक एक्टर की एक्साइटमैंट दूसरा एक्टर ही समझ पाता है। जब हमने साथ में बॉन्ड शेयर किया तो हमारे बीच एक ऐसा बॉन्ड बना जो किसी भी वर्कशॉप में नहीं बन सकता है। वह कहा जाता है न कि अच्छे दोस्त एक-दूसरे से कंफर्टेबल बातचीत शेयर करते हैं, लेकिन बैस्ट फ्रैंड्स अपने दोस्त की खामोशी को भी पहचान लेते हैं। इसी तरह हम दोनों भी एक-दूसरे को समझ गए थे।


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kahkasha

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