Movie Review: महिलाओं के सशक्तिकरण को उजागर करती फिल्म Sharma Ji Ki Beti, यहां पढ़े पूरा रिव्यू
punjabkesari.in Friday, Jun 28, 2024 - 06:07 PM (IST)
फिल्म- शर्मा जी की बेटी (Sharma Ji Ki Beti)
स्टारकास्ट : साक्षी तंवर (Sakshi Tanwar) ,दिव्या दत्ता ( Divya Dutta), Saiyami Kher
निर्देशक : ताहिरा कश्यप (Tahira Kashyap)
रेटिंग : 3.5*
Sharma Ji Ki Beti: फिल्म निर्माण में सफलता हासिल करने के बाद लेखिका ताहिरा कश्यप अब निर्देशन के क्षेत्र में भी अपना परचम लहरने आ रही हैं। महिलाओं के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती ताहिरा कश्यप की फिल्म 'शर्मा जी की बेटी' 28 जून को ओटीटी प्लेटफार्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म में मध्यम वर्ग के सपनों और महत्वकांक्षाओं को बड़ी खूबसूरती से पर्दे पर पेश किया गया है। यह फिल्म शहरी युवा महिलाओं के संघर्ष को भी गहराई से दिखाती है।
कहानी
इस फिल्म में चार महिलाओं की कहानी दर्शाई गई है जो फिल्म में साथ साथ चलती है। पहली महिला अत्यधिक काम करने वाली मां है जिसकी बेटी उसकी उपेक्षा करती है दूसरी महिला एक किशोरी है जो अभी तक मासिक धर्म न होने से डरती है, तीसरी महिला एक महत्वाकांक्षी क्रिकेटर है जिसे समाज के ताने सुनने पड़ते हैं और चौथी महिला एक घरेलू महिला है जिसको अपने पति से खास तवज्जो नहीं मिलती। साधारण सी दिखने वाली इन कहानियों को बड़ी ही संवेदनशीलता और हलके फुल्के हास्य से गढ़ा गया है जो हर घर की कहानी जैसी लगती है। फिल्म में मिडिल क्लास परिवारों की भावनाओं, सपनो, लक्ष्यों और मूल्यों को भी बड़ी बखूबी दर्शया गया है। ये वास्तव में महिलाओं के सशक्तिकरण को उजागर करती फिल्म है और फिल्म एक खास सन्देश भी देती है कि महिलाओं का सम्मान करें और और उनके साथ सम्मान व्यवहार करें। एक बेहतरीन कहानी के साथ सम्पूर्ण मनोरंजन प्रदान करती यह फिल्म किसी ट्रीट से कम नहीं , फिल्म वाकई देखने लायक है।
एक्टिंग
साक्षी तंवर और दिव्या दत्ता दोनों ही प्रमुख भूमिकाओं में हैं और अपने किरदारों के साथ उन्होंने पूरा न्याय किया है। दोनों ही कलाकार अनुभवी हैं और हाव-भाव व्यक्त करने और किरदार को अपनाने में उनका कोई कमी नहीं है। दोनों अभिनेत्रियों का साथ दे रही हैं एक और सशक्त अभिनेत्री सैयामी खेर जिन्होंने क्रिकेटर की भूमिका निभाई है और ऐसा ही किरदार वे घूमर फिल्म में भी निभा चुकी हैं। उन्होंने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है और उनका अभिनय कबील-ए-तारीफ़ है। यहां तक की बाल कलाकारों ने भी अपने अपने किरदार शानदार ढंग से निभ्यायें हैं और फिल्म को पूरी तरह से सपोर्ट किया है।
डायरेक्शन
फिल्म का निर्देशन ताहिर कश्यप ने किया है जो एक बेहतरीन लेखिका होने के साथ साथ निर्माता भी हैं । इस फिल्म के जरिये उन्होंने पहली बार निर्देशन के क्षेत्र में हाथ आजमाए हैं। लेकिन फिल्म देखकर ये नहीं लगता की यह उनके निर्देशन के तहत बनी पहली फिल्म है। ऐसी फिल्म कोई अनुभवी निर्देशक ही बना सकता है। फिल्म को बेवजह खींचा नहीं गया है, एडिटिंग सटीक है। डायलाग भी छोटे रखे गए हैं और गागर में सागर भरने वाली लोकोक्ति को सच करके दिखा दिया है। अपनी बात और सन्देश को लोगों तक पहुंचाने में ताहिरा कश्यप पूरी तरह से सफल रही हैं। 'शर्मा जी की बेटी' पूरी तरह से मनोरंजक और पारिवारिक फिल्म है और देखने लायक है। अप्लॉज एंटरटेनमेंट का फिल्म में खास सहयोग है।