Movie Review: आम आदमी से जुड़े कई सवाल बेबाकी से उठाती है KAAGAZ 2, सतीश कौशिक को देख भर आएंगी आंखें
punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 04:47 PM (IST)
फिल्म- कागज 2 (Kaagaz2)
निर्देशक- वीके प्रकाश (VK Prakash)
स्टारकास्ट- सतीश कौशिक (Satish Kaushik), अनुपम खेर (Anupam Kher), दर्शन कुमार (Darshan Kumaar), स्मृति कालरा (Smriti Kalra), नीना गुप्ता (Neena Gupta)
रेटिंग-3.5*/5
Kaagaz2: हमारे देश में हर आदमी न चाहते हुए भी एक भीड़ का हिस्सा बन ही जाता है। सड़कों पर चलने वाली भीड़, मेट्रो और ट्रेन में सफर करती भीड़, बैंक और अस्पतालों में लगी लंबी कतारों में लोगों की भीड़। इस भीड़ में खड़े लोग और वीआईपी लोग बेशक कागज पर समान हैं लेकिन असल में उनके बीच एक ऐसी खाई है, जिसे पाट पाना अब काफी मुश्किल हो चला है। कानून में बेशक दोनों को बराबरी के अधिकार दिए गए हैं, लेकिन जरूरत के समय ये सब धरे रह जाते हैं। आम आदमी से जुड़े ऐसे ही मुद्दों पर बात करती फिल्म 'कागज' जनवरी 2021 में ओटीटी पर रिलीज हुई थी, जिसका निर्देशन सतीश कौशिक ने किया था। वहीं 'कागज 2' आज 01 मार्च 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है, जो दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक की आखिरी फिल्म है।
कहानी
फिल्म मुख्य रूप से दो परिवारों पर केंद्रित है। उदय सिंह (दर्शन रावल) जो इंडियन मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग ले रहा है, लेकिन वह पूरी तरह इस पर फोकस नहीं कर पाता। क्योंकि बचपन में ही उसके पिता राज नारायण सिंह (अनुपम खेर) और मां राधिका नीना गुप्ता एक दूसरे से अलग हो गए थे। जिसकी वजह से उसका पूरा बचपन डर और उदासी में बीता है।
दूसरी तरफ मिस्टर रस्तोगी (सतीश कौशिक) की बेटी आर्या यूपीएससी टॉपर है और जल्द ही आईपीएस ऑफिसर बनने वाली है। लेकिन एक दिन वह घर पर अचानक गिर जाती है और रैली की वजह से लगे ट्रैफि के कारण समय से अस्पताल न पहुंचने पर उसकी मौत हो जाती है। अपनी बेटी को खो चुके मिस्टर स्तोगी कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए खड़े हो जाते हैं और मुकदमा दायर कर देते हैं। क्या वो इस आम आदमी की लड़ाई जीत पाएंगे? इस दौरान उनके सामने क्या-क्या मुसीबतें आएंगी? यह देखने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
एक्टिंग
'कागज 2' में सभी कलाकार मंझे हुए हैं। हमेशा की तरह सतीश कौशिक लाजवाब दिखते हैं। उन्होंने मिस्टर रस्तोगी के किरदार को बेहतरीन तरीके से पर्दे पर उतारा है। हालांकि आप उन्हें देखकर थोड़ा इमोशनल हो सकते हैं, क्योंकि अभिनय की दुनिया यह सितारा इस दुनिया में नहीं है। अनपुम खेर की एक्टिंग शानदार है। वकील की भूमिका में वह जंचते हैं। नीना गुप्ता ने भी कमाल का काम किया है। दर्शन कुमार ने काम भी बढ़िया रहा।
डायरेक्शन
'कागज' का निर्देशन सतीश कौशिक ने किया था, वहीं 'कागज 2' की कमान वीके प्रकाश ने संभाली है। फिल्म के डायलॉग से लेकर एडिटिंग कमाल की है। हर सीन आपके मन में कई तरह के सवाल उठाता है। सतीश का आखिरी मोनोलॉग को आपको बस रुला ही देगा। म्यूजिक और तकनीकी पक्ष थोड़ा औसत है लेकिन फिर भी आपको फिल्म जोड़े रखती है। कुल मिलाकर कहे तो यह फिल्म आप देख सकते हैं।