Maa Review: डर, रहस्य और एक मजबूत संदेश से सजी है काजोल स्टारर यह फिल्म

punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 08:55 AM (IST)

फिल्म- मां (Maa)
स्टारकास्ट- काजोल (Kajol), रॉनित रॉय (Ronit Roy), खेरीन शर्मा (Kherin Sharma), इंद्रनील सेनगुप्ता (Indraneil Sengupta), जितिन गुलाटी
(Jitin Gulati), गोपाल सिंह (Gopal Singh), सुर्य शिखा दास (Surya Sikha Das), यानिया भारद्वाज (Yaaneea Bharadwaj), रूपकथा चक्रवर्ती (Roopkatha Chakraborty)
निर्देशक- विशाल फुरिया (Vishal Furia)
रेटिंग- 3.5*

Maa: बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल एक बार फिर दमदार अंदाज में पर्दे पर वापसी कर रही हैं फिल्म ‘मां’ के जरिए, जो 27 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही है। यह फिल्म सिर्फ एक हॉरर स्टोरी नहीं है, बल्कि एक मां की ममता, शक्ति और साहस की कहानी है जो अपने बच्चे के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। विशाल फूरिया के निर्देशन में बनी यह फिल्म एक पौराणिक हॉरर ड्रामा है, जिसमें थ्रिल, इमोशन और माइथोलॉजी का गहरा मेल देखने को मिलेगा। काजोल के साथ रॉनित रॉय, इंद्रनील सेनगुप्ता और खेरीन शर्मा जैसे बेहतरीन कलाकार भी नजर आएंगे। फिल्म में न केवल डराने वाला सस्पेंस है, बल्कि एक मां के अद्वितीय रूप की झलक भी देखने को मिलेगी जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से छू जाएगी। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म मां...

कहानी
“मां सिर्फ ममता नहीं, महाकाल है…” कहानी शुरू होती है एक साधारण ट्रिप से, जहां काजोल अपनी बेटी को लेकर एक अनजान जगह की ओर जा रही हैं। रास्ते में एक रहस्यमयी ताकत उनकी गाड़ी पर हमला करती है और वे पहुंचती हैं चंदनपुर – एक गांव जो बाहर से शांत लेकिन अंदर से रहस्यों और अंधविश्वासों से भरा हुआ है। यहीं से कहानी में एंट्री होती है दैत्य लोक के डर की जहां हर साल एक लड़की बलि चढ़ाई जाती है। माहौल इतना डरावना है कि बेटी को चेतावनी मिलती है: “बिना मम्मी की परमिशन कहीं मत जाना।” लेकिन जब ख़तरा बेटी के सिर पर मंडराता है, तब एक शांत, सहमी सी दिखने वाली मां अपने अंदर की देवी को जगा देती है। अब कहानी में आगे क्या होता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी

एक्टिंग
फिल्म ‘मां’ में काजोल ने एक बार फिर अपनी दमदार अभिनय क्षमता से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने अपने किरदार को इतनी सच्चाई और भावनात्मक गहराई के साथ निभाया है कि दर्शक उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं। वहीं रॉनित रॉय ने सरपंच की भूमिका में जबरदस्त एंट्री की और अपने प्रदर्शन से पूरी तरह न्याय किया। इंद्रनील सेनगुप्ता ने काजोल के पति के किरदार को संवेदनशीलता के साथ निभाया, जबकि खेरीन शर्मा ने अंबिका की बेटी के रूप में अपने हिस्से का किरदार सटीकता और ईमानदारी से निभाया है। सभी कलाकारों की परफॉर्मेंस फिल्म को और भी प्रभावशाली बनाती है।


डायरेक्शन
फिल्म ‘मां’ का निर्देशन विशाल फूरिया ने किया है, जो कि अपनी सधी हुई स्टोरीटेलिंग और इमोशन व हॉरर के संतुलन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने फिल्म में हर दृश्य को इस तरह गढ़ा है कि दर्शक लगातार कहानी से जुड़ा महसूस करता है। हॉरर सीन में उन्होंने न केवल डर का माहौल बनाया, बल्कि कैमरा एंगल, लाइटिंग और बैकग्राउंड स्कोर का बेहतरीन इस्तेमाल कर सस्पेंस को गहराई दी है। खास बात यह है कि विशाल ने फिल्म को ड्रामा, माइथोलॉजी और इमोशन से इस तरह जोड़ा है कि डर के साथ-साथ एक गहरा मानवीय पक्ष भी उभर कर आता है। उनका निर्देशन फिल्म को रियलिस्टिक और प्रभावशाली बनाता है, जो इस जॉनर को पसंद करने वाले दर्शकों के लिए एक संतोषजनक अनुभव है।

 


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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