यह सिर्फ क्राइम कहानी नहीं, बल्कि किरदार के अंदरूनी संघर्ष व विकास की भी कहनी है: भुवन
punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 11:03 AM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भुवन अरोड़ा ने अपने करियर में कई फिल्में और वेब सीरीज की हैं। उनकी आगामी क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज जनावर: द बीस्ट विदिन दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक साबित होने वाली है। इस सीरीज में भुवन हेमंत कुमार नामक एक पुलिस ऑफिसर का किरदार निभा रहे हैं, जो अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में जटिल परिस्थितियों का सामना करता है। यह सीरीज आने वाली 26 सितंबर को जी5 पर रिलीज होने वाली है। इसी कड़ी में भुवन अरोड़ा ने पंजाब केसरी, नवोदय टाइम्स, जगबाणी और हिंद समाचार के लिए संवाददाता संदेश औलख शर्मा से खास बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश
भुवन अरोड़ा
सवाल- आजकल कंटेंट देखने के लिए दर्शकों के पास बहुत ऑप्शन हैं। आप इस नई क्राइम थ्रिलर सीरीज के बारे में थोड़ा बताएं।
जवाब- बिल्कुल। जनावर: द बीस्ट विदिन की कहानी छंद नाम के एक छोटे गांव की है, जहां कई मर्डर होते हैं। यह कोई हाई क्राइम जगह नहीं है, लेकिन यहां होने वाले मर्डर और लाशों की खोज की कहानी सीरीज का मुख्य आधार है। मेरा किरदार हेमंत कुमार, जो खुद एक मेहनती कम्युनिटी का हिस्सा है, इन घटनाओं के बीच अपनी पहचान, परिवार और प्रोफेशनल जीवन में संतुलन बनाने की कोशिश करता है।
सवाल- टीजर देखकर एक इंट्रीगिंग बात लगी। जैसे ऑडियंस अनुमान लगाने की कोशिश करती है कि कहानी क्या होगी।
जवाब- हां, यही मजा इस सीरीज में है। कहानी में फोल्क्लोर और माइथोलॉजी का एंगल भी है। हेमंत का किरदार अपनी पर्सनल जर्नी और इन्वेस्टिगेशन के दौरान धीरे-धीरे खुद की परतें खोलता है। यह सिर्फ क्राइम कहानी नहीं है, बल्कि किरदार के अंदरूनी संघर्ष और विकास की कहानी भी है।
सवाल- आपके किरदार की भाषा और लोकल कल्चर के बारे में बताइए।
जवाब- मेरी पहली फिल्म शुद्ध देसी रोमांस थी तो मेरा मानना है किरदार को ऑथेंटिक बनाना चाहिए। इसलिए मैंने शूटिंग से पहले वहां जाकर लोकल कास्ट और क्रू के साथ समय बिताया और उनकी भाषा और बोलने के तरीके सीखे। हालांकि, मैंने यह ध्यान रखा कि हर कोई कहानी समझ सके इसलिए कुछ संवाद हिंदी में भी हैं। यह संतुलन बनाना काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन मजेदार भी।
सवाल- ग्रामीण और शहरी पर्सपेक्टिव में गॉड या फॉल्कलोर को कैसे देखा जाता है, इसे निभाना कैसा रहा?
जवाब- यह बहुत रोचक अनुभव था। ग्रामीण इलाकों में भगवान के साथ रिश्ते अधिकतर डर-आधारित होते हैं, जबकि शहरी लोग इसे लव-आधारित मानते हैं। मेरे लिए यह किरदार निभाने का अनुभव गहराई से समझने वाला रहा। इसने मुझे अपने किरदार के अंदर उतरने में मदद की।
सवाल- आपने कहा कि आप हर रोल को ऑथेंटिक बनाना चाहते हैं। आप हेमंत कुमार में कैसे उतरे?
जवाब- मैं हमेशा किरदार को अपनी लाइफ और अनुभव के साथ जोड़ता हूं। हेमंत के किरदार की वल्नरेबिलिटी और रेजिलिएंस को प्रोफेशनल और पर्सनल जीवन में संतुलित करने का प्रयास किया। हर रोल में मैं यही कोशिश करता हूं कि किरदार और मेरी सोच दोनों का संतुलन रहे।
सवाल- आपने सुपरहीरो और बड़े जेनर फिल्मों के लिए क्या योजना बनाई है?
जवाब- मैं चाहता हूं कि इंडिया में अच्छी सुपरहीरो फिल्म बने। लार्जर-देन-लाइफ सुपरहीरो फिल्में और अच्छा आंसेबल कास्ट तैयार हो। मल्टी-डायमेंशनल स्टोरीज करना पसंद है और यह मेरी विश लिस्ट में जरूर है। मुझे ओल्ड स्कूल लव स्टोरी पसंद है।
सवाल- शूटिंग का अनुभव कैसा रहा, खासकर ग्रामीण और शहरी सेटअप में?
जवाब- बहुत मजेदार। ग्रामीण माहौल में काम करते हुए किरदार के ऑथेंटिसिटी और लोकल कल्चर का अनुभव लिया। यह मेरे लिए एक चुनौती थी, लेकिन मैंने इसे पूरे जुनून के साथ निभाया।
सवाल- अपने रोल्स को सीमलेसली निभाने का आपका तरीका क्या है?
जवाब- मैं हमेशा सोचता हूं कि मैं किसी का दोस्त या हीरो नहीं, बल्कि अपनी जिंदगी का हीरो हूं। किरदार को अपनी पहचान और अनुभव के साथ जोड़ता हूं। रोल चाहे छोटा हो या लंबा, हर किरदार में यही प्रोसेस फॉलो करता हूं। मैं हर रोल को उसी तरह अप्रोच करता हूं।
सवाल- जनावर को बाकी क्राइम थ्रिलर्स से अलग क्या बनाता है?
जवाब- यह सिर्फ क्राइम कहानी नहीं है। यह किरदारों के विकास, सेल्फ डिस्कवरी और माइथोलॉजी के एंगल का संयोजन है। यह कहानी एपिसोड दर एपिसोड खुलती है और दर्शक हर परत का अनुभव करेंगे।
सवाल- अंत में, दर्शकों को जनावर देखने के लिए क्या कहना चाहेंगे?
जवाब- यह सिर्फ एक क्राइम थ्रिलर नहीं है। यह किरदार की जर्नी, माइथोलॉजी और आत्म-खोज की कहानी है। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को यह सीरीज हर एपिसोड में उतनी ही रोमांचक और दिलचस्प लगेगी जितनी हमें शूटिंग करते समय लगी।