अनुपम खेर, पंकज त्रिपाठी से लेकर दिब्येंदु भट्टाचार्य तक, वे कलाकार जो देते हैं दमदार प्रदर्शन की गारंटी
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 05:58 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय कहानी कहने की परंपरा उन कलाकारों से समृद्ध है जो सिर्फ अभिनय नहीं करते—वे रूपांतरित हो जाते हैं। ऐसे कलाकार जो किरदार में इस तरह ढल जाते हैं कि दर्शक कलाकार और पात्र के बीच की रेखा भूल जाते हैं। दर्शक इन्हें आँख बंद कर भरोसा करते हैं, यह जानते हुए कि वे किसी भी प्रोजेक्ट को अपनी मौजूदगी से गहराई, सच्चाई और चमक दे देंगे।

अनुपम खेर
सैकड़ों फिल्मों के सफ़र में अनुपम खेर ने अपने अभिनय की बहुमुखी प्रतिभा को सिद्ध किया है। The Kashmir Files की भावनात्मक तीव्रता से लेकर Tanvi The Great जैसे हालिया रिलीज़ तक, वे हर बार यह साबित करते हैं कि वे सहजता से गहन ड्रामा, हास्य, संवेदनशीलता और करुणा जैसे शेड्स के बीच स्विच कर सकते हैं। उनकी परफॉर्मेंस इसलिए छूती है—क्योंकि वह जीवन के अनुभव और निरंतर जुनून से उपजती हैं।

रघुवीर यादव
रघुवीर यादव वह दुर्लभ कलाकार हैं जिनकी सादगी और स्वाभाविकता हर फ्रेम में चमकती है। *Panchayat* के प्रधानी जी के रूप में वे इतने असली लगते हैं कि किरदार और वास्तविक गाँव के बीच का फर्क मिट जाता है। उनकी सरल हंसी, सौम्य अधिकार और भावनात्मक गहराई उन्हें अविस्मरणीय बनाती है। 90 के दशक के दर्शक *चाचा चौधरी* में उनकी जीवंत, यथार्थवादी प्रस्तुति को आज भी याद करते हैं। वे उन चुनिंदा कलाकारों में से हैं जो खामोशी में भी बहुत कुछ कह जाते हैं।

के. के. मेनन
Special Ops में के. के. मेनन ने एक बार फिर साबित किया कि वे भारत के सबसे दमदार अभिनेताओं में क्यों गिने जाते हैं। हिमत सिंह के रूप में उनका संयमित, बुद्धिमान और पैनी नज़र वाला प्रदर्शन अभिनय की मास्टरक्लास है। के. के. सूक्ष्मता, ठहराव और धीरे-धीरे बढ़ते तनाव वाले किरदारों में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं—और उन्हें बेमिसाल निपुणता के साथ निभाते हैं।

दिब्येंदु भट्टाचार्य
चाहे Undekhi में नैतिक रूप से दृढ़ DSP बरुण घोष हों या Poacher में उनका पुरस्कार-विजेता, हिलाकर रख देने वाला अभिनय दिब्येंदु भट्टाचार्य अपने हर किरदार में अद्भुत प्रामाणिकता लेकर आते हैं। वे दृश्य को शोर से नहीं, बल्कि ठहराव, सूक्ष्मता और भीतर से उठने वाली तीव्रता से अपना बना लेते हैं। हर भूमिका उनके कारण और गहरी, और प्रभावशाली बन जाती है। वे वे कलाकार हैं जो कहानी को ऊँचा उठाते हैं, बिना किसी ध्यान माँगे साबित करते हुए कि दमदार कहानी हमेशा ऊँची आवाज़ नहीं, बल्कि ईमानदारी से कही जाती है।

पंकज त्रिपाठी
Criminal Justice में पंकज त्रिपाठी ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि वे हमारे समय के सबसे सहज और स्वाभाविक कलाकारों में क्यों गिने जाते हैं। माधव मिश्रा के रूप में उनका प्रदर्शन संवेदनशील, बुद्धिमान, त्रुटिपूर्ण और बेहद प्यारा पूरी तरह दिल जीत लेता है। उनकी कला का जादू यह है कि वे हर किरदार में ऐसी वास्तविकता भर देते हैं कि लगता है जैसे वे किसी की ज़िंदगी जी रहे हों और हम बस उसे देख रहे हों।
पांच कलाकार। पांच अलग शैलियां। एक सच- ये कभी निराश नहीं करते।
जब ये कलाकार स्क्रीन पर आते हैं कहानी और समृद्ध होती है, भावनाएं और तीखी हो जाती हैं, और दर्शक अनायास ही कहानी में डूब जाते हैं।
