Review: गोधरा की घटना की वास्तविक पड़ताल करती है फिल्म Accident or Conspiracy Godhra, पढ़े रिव्यू

punjabkesari.in Thursday, Jul 18, 2024 - 03:27 PM (IST)

फिल्म- एक्सीडेंट ऑर कांस्पीरेसी  गोधरा  (Accident or Conspiracy: Godhra)
कलाकार :  रणवीर शौरी (Ranveer Shorey) , मनोज जोशी (Manoj Joshi), हितू कनोडिया (Hitu Kanodia), डेनिशा घुमरा (Denisha Ghumra),  अक्षिता नामदेव (Akshita Namdev), एम के शिवाक्ष (MK Shivaksh)
निर्माता: बी.जे. पुरोहित B.J Purohit
निर्देशक: एम.के. शिवाक्ष (MK. Shivaksha)
रेटिंग : 3.5*  


Accident or Conspiracy: Godhra- फिल्म एक्सीडेंट ऑर कांस्पीरेसी गोधरा विवाद के बाद अब सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। फिल्म पहले सेंसर और फिर लोकसभा चुनाव के कारण लंबे समय से चर्चा में रही। 2002 में गुजरात के गोधरा रेलवे स्टेशन पर साबरमती ट्रेन के दो कोच में आग लगाकर 59 लोगों को जलाकर मार देने की घटना पर आधारित फिल्म कई सवालों के जवाब देती हैं तो कई नये सवाल खड़ा भी करती हैं।

 

 

कहानी
फिल्म अपने शीर्षक के अनुसार गुजरात शहर में 2002 में साबरमती ट्रेन दुर्घटना की बात करती हैं दरअसल, गुजरात दंगों और साबरमती ट्रेन में 59 लोगो को जलाकर मारने की घटना को एक ही घटना माना जाता हैं लेकिन फिल्म मेकर इस फिल्म में सिर्फ साबरमती ट्रेन की घटना को हादसा और साजिश आखिर क्या सत्य हैं इसी की पड़ताल करते हैं। फिल्म में जिन दृश्यों का प्रयोग किया गया है वह विचलित करने वाले हैं जैसे कि जली हुई लाशों को अस्पताल में पहुँचाना, किसी लाश को उठाने पर जले हुए सिर का अलग हो जाना। एक युवा अभिमन्यु अपने कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए गोधरा विषय को चुनता हैं और सवाल करता हैं की दंगे में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया। फिल्म गोधरा की घटना की वास्तविक पड़ताल करती हैं। कोर्ट रूम में बहस को दिखाते हुए इस कहानी आगे बढ़ती हैं। गोधरा के स्टेशन मास्टर का खुशहाल परिवार और अयोध्या के लिए निकलते कार सेवक के जरिए फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है।

 

 

निर्देशन
फिल्म का लेखन और निर्देशन बहुत ही अच्छे ढंग से किया गया है। कोर्ट रुम , फ़्लैश बैक में वास्तविक घटना और युवा अभिमन्यु की गोधरा की सच्चाई जानने के लिए प्रयास पूरी फिल्म को अंत तक बांध कर रखती हैं। इसके साथ ही फिल्म के डायलॉग और स्क्रीनप्ले इस कहानी को बहुत अच्छे से प्रस्तुत करता हैं। इतना ही नहीं बेहद विवादित विषय पर बहुत ही संवेदनशील तरीके से काम किया गया है।

 

 

अभिनय
फिल्म में रणवीर शौरी , मनोज जोशी का अभिनय बहुत शानदार हैं कोर्ट के दृश्य वास्तविक लगते हैं। अभिनेता स्टेशन मास्टर की भूमिका में हितु कनोडिया और उनकी पत्नी की भूमिका में डेनिशा घुमरा पूरी फिल्म में बहुत प्रभावशाली रहे हैं। ट्रेन में यात्री की भूमिका में अक्षिता नामदेव ने भी तुलसी देवी के किरदार में बहुत अच्छा अभिनय किया हैं। फिल्म में अन्य महत्वपूर्ण किरदारों में गणेश यादव, गुलशन पांडेय , मकरंद शुक्ला भी अपने अभिनय का असर छोड़ते हैं।  

 

 

source : Navodayatimes 


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Content Editor

Jyotsna Rawat

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