गुणवत्तापूर्ण रोजगारोन्मुखी शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता- भाटी

punjabkesari.in Saturday, Jan 12, 2019 - 05:18 PM (IST)

जयपुर : शिक्षा संकुल स्थित कॉलेज आयुक्तालय के ई-स्टूडियो से प्रदेश के चालीस महाविद्यालयों में नि:शुल्क कोचिंग कक्षाओं की ई-क्लासेज की शुरुआत करने के मौके पर राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण रोजगारोन्मुखी शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस लिए उच्च शिक्षा संस्थानों में  महाविद्यालयों में आंतरिक शिकायत समितियों का गठन किया जाएगा।  सभी राजकीय महाविद्यालयों में विद्यार्थी परामर्श केन्द्र स्थापित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थी पढ़ाई के साथ भविष्य के लिए रोजगार मार्गदर्शन भी प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के जन घोषणा पत्र में महाविद्यालयों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिग की बात कही गयी थी। इसकी आज 40 कॉलेजों से शुरुआत कर दी गयी है।

उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि आगामी एक महीने में प्रदेश के सभी 252 महाविद्यालयों में प्रतियोगिता दक्षता परियोजना को चरणबद्ध लागू कर दिया जाएगा।उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों में प्रतिभावान और उच्च शिक्षा प्राप्त शिक्षक कार्यरत हैं। इनकी मदद से विद्यार्थियों को उनकी नियमित शिक्षा के साथ भविष्य के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने की यह महत्ती पहल है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उनके भविष्य को सुनहरा बनाने में राज्य सरकार के उद्देश्य में सहभागी बनना चाहिए। 


बालिकाओं को मिलेगी नि:शुल्क शिक्षा
भाटी ने कहा कि राज्य सरकार राजकीय महाविद्यालयों में पढऩे वाली बालिकाओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करेगी। अगले शिक्षा सत्र से नि:शिल्क बालिका शिक्षा को सभी स्तरों पर लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा के साथ महाविद्यालयों में उनको भयमुक्त वातावरण मिले, इसे भी सुनिश्चित किया जाएगा। राजकीय उच्च शिक्षा संस्थाओं के साथ निजी क्षेत्र में भी इस संबंध में भागीदारी दी जाएगी।  

विद्यार्थियों को मिलेगी अच्छी ई-सामग्री
उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में उद्यमिता और रोजगार आधारित पाठ्यपुस्तकों पर जोर रहेगा। महाविद्यालयों में नियोक्ता एजेंसियों को बुलाक कैंपस प्लेसमेंट की व्यवस्था भी की जायेगी। उच्च षिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार टीम भावना के साथ कार्य करेगी और शिक्षकों को पूरा सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लक्ष्य यही है कि राजस्थान की युवा पीढ़ी को प्रतिस्पर्धा के युग में आगे बढऩे के अधिकाधिक अवसर मिले।  इस मौके पर उच्च शिक्षा विभाग के शासन सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि विद्यार्थियों को अच्छी ई-सामग्री भी उपलब्ध करायी जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी के लिए सुदूर स्थानों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को बाजार में उपलब्ध बेहतर से बेहतर पाठ्य सामग्री ई-क्लासेज के जरिए दी जाएगी।  


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