सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन होगा दाखिला, ऑनलाइन लाई लगेगी हाजिरी

punjabkesari.in Thursday, Jun 21, 2018 - 10:32 AM (IST)

चंडीगढ़ः पंजाब की उच्च शिक्षा प्रणाली में व्यापक स्तर पर सुधार लाने के लिए अगले अकादमिक सैशन से सरकारी कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिले की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सरकारी कॉलेजों में शिक्षा के मानक की समीक्षा करने के लिए हर कॉलेज द्वारा अकादमिक और अन्य गतिविधियों संबंधी मासिक रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य होगा। यह फैसला रजिया सुल्ताना, उच्च शिक्षा मंत्री, पंजाब की अध्यक्षता में सरकारी कॉलेज के प्रिंसीपलों के साथ की गई मीटिंग के दौरान लिए गए।

 

इस मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा एस.के. संधू, विशेष सचिव उच्च शिक्षा एम.पी. अरोड़ा और डी.पी.आई. (कॉलेज) और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। मीटिंग के दौरान किए गए फैसले और नए प्रयासों संबंधी जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मीटिंग में पंजाब में उच्च शिक्षा का मानक बढ़ाने के लिए विभिन्न मुद्दों संबंधी विस्तारपूर्वक विचार विमर्श किया गया। यहाँ यह भी फैसला लिया गया कि अगली मीटिंग में अकादमिक गतिविधियों और अगले साल के लिए शुरु की गई रूप रेखा की समीक्षा, ऑनलाइन दाखिले, विद्यार्थियों की हाजिऱी को यकीनी तौर पर बढ़ाना, फैकल्टी, एन.ए.ए.सी. मंजूरी संबंधी स्थिति, ग्रैजुएट पाठ्यक्रमों के विषयों के कोंबीनेशन और विद्यार्थियों में सकारात्मक जज़्बा पैदा करने के लिए विशेष लैक्चर, पुस्तकालय की स्थिति सुधारने के लिए आदेश दिए गए।

 

उच्च शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कॉलेजों के सभी अध्यापकों की जानकारी और शिक्षा के मानक का स्तर ऊंचा उठाने के लिए हर साल साप्ताहिक ओरिएंटेशन /रीफ्रैशर पाठ्यक्रम करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रिंसिपल के पास विद्यार्थियों की हाजरी संबंधी कोई छूट देने का अधिकार नहीं होगा, सरकार इस संबंधी जल्द हिदायतें भी जारी करने जा रही है।

 

रजिया सुलताना ने कहा कि अगले अकादमिक सैशन से सरकारी कॉलेजों में ऑनलाइन हाजिरी की प्रणाली अपनाई जायेगी और अकादमिक ऑडिट के लिए विशेष कमेटी गठित की जाएगी जिससे सरकारी कॉलेजों के शैक्षिक मानक को शिखर पर पहुंचाया जा सके। उन्होंने लाईबे्रेरी में अखबारों, मैगज़ीन और अंतरराष्ट्रीय जरनल्ज़ की उपलबद्धता यकीनी बनाने पर भी ज़ोर दिया। मंत्री ने मीटिंग में उपस्थित सभी प्रिंसिपलों को हिदायतें जारी करते हुए कहा कि विद्यार्थी, अध्यापक और प्रशासन में सहमति और तालमेल बनाना, समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है, जिसके लिए उनकी तरफ से अध्यापकों और विद्यार्थियों में आपसी विश्वास पैदा करने में कोई भी कसर न छोड़ी जाए।

 

उन्होंने मीटिंग के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी स्तर पर होशियार विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए तीन अलग-अलग समागमों का आयोजन किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को और प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि उच्च शिक्षा के मानक स्तर में विस्तार करने के लिए कॉलेजों द्वारा पुरज़ोर कोशिशें की जाएं और प्रिंसीपल विद्याथियों की हाजिरी में वृद्धि करना यकीनी बनाएं।


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Sonia Goswami

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