मिशन एडमिशन : स्कूल ले रहे है अभिभावकों से 6 महीने की एडवांस फीस

punjabkesari.in Tuesday, Feb 27, 2018 - 08:07 AM (IST)

नई दिल्ली : राजधानी के प्राइवेट स्कूलों में प्रारंभिक कक्षाओं में दाखिले के नाम पर स्कूल प्रशासन की मनमानी और अभिभावकों के शोषण की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। स्कूल सरकार और कोर्ट को ठेंगा दिखाते हुए अपने नियम और कायदों के अनुसार दाखिला प्रक्रिया चला रहे हैं। इसी कड़ी में एक पोर्टल के माध्मय से डीआईई (शिक्षा निदेशालय) को भेजी गई है, जिसमें स्कूल द्वारा छह माह की फीस एडवांस लेने की शिकायत की गई है। वहीं स्कूल ने माना है कि वहां नर्सरी दाखिले में पहले से ही छह माह की फीस के नाम पर एक रकम ली जाती है जो बाद में आगे फीस में एडजस्ट होती है।

बाल भारती पब्लिक स्कूल गंगाराम हॉस्पिटल मार्ग में छह माह की फीस वसूली का मामला सामने आया है। एक अभिभावक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनसे स्कूल ने 66 हजार रुपये बच्चे के दाखिले में लिए है। स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर कहीं भी जिक्र नहीं किया है कि उनसे छह माह की फीस ली जाएगी। न ही छह माह की फीस लेने की प्रक्रिया के बारे में कहीं भी बताया गया है। जब दाखिले के लिए अभिभावक जाते हैं तो स्कूल उनसे ट्यूशन, एक्टिविटी और डेवलेपमेंट फीस तीनों ही छह गुनी ले रहा है।

"हाईकोर्ट के आदेश के हिसाब से स्कूल बच्चों के अभिभावकों से सिर्फ एक माह की एडवांस फीस ही ले सकते हैं। इस तरह स्कूल ने फीस बढ़ाकर सरकार के सभी आदेशों की धज्जियां उड़ाई हैं। स्कूल को तत्काल प्रभाव से बढ़ी हुई फीस वापस करनी चाहिए। इस मामले में सरकार को भी सख्ती बरतनी चाहिए।"
सुमित वोहरा, एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के संस्थापक

"हम प्री स्कूल के नए दाखिले से एक करीब-करीब रकम ले लेते हैं जिसमें छह माह की फीस भी शामिल होती है। इसके पीछे एक वजह यह है कि अभी फीस निश्चित नहीं हुई है जैसे ही यह फाइनल होगी। उसे समायोजित कर दिया जाता है। हम हर साल यही करते हैं। अगर कोई अभिभावक मांग करता है तो उसे किश्तों पर भी कर दिया जाता है। यह प्रक्रिया सिर्फ नर्सरी दाखिले के दौरान अपनाई जा रही है।"
 एलवी सहगल, प्रधानाचार्य
 


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