बिना यूनिफार्म स्कूल आने को मजबूर बच्चे

punjabkesari.in Sunday, Sep 30, 2018 - 02:50 PM (IST)

वेस्ट दिल्ली (उमा मिश्रा): उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्राइमरी स्कूलों में बच्चे बिना यूनिफार्म पहने ही स्कूल आने को मजबूर हैं। इस निगम में बच्चों को यूनिफार्म खरीदने के लिए दिया जाने वाला फंड अभी रिलीज नहीं किया गया है। हालात यहां तक खराब हो गए हैं कि स्कूल के टीचर अपनी जेब से बच्चों को यूनिफार्म खरीदने के लिए पैसे दे रहे हैं। सूत्रों की मानें तो हर साल बच्चों की यूनिफार्म और नोटबुक समेत अन्य सामग्री के लिए विभाग द्वारा लाखों रुपये रिलीज किए जाते हैं। जिसमें 11 सौ रुपये बच्चों को यूनिफार्म के, 50 रुपये स्टेशनरी और 300 रुपये बैग व जूतों के लिए दिए जाते हैं। जिसमें से अभी किसी भी तरह की राशि स्कूली बच्चों को नहीं दी गई है। शिक्षकों की मानें तो पिछले वर्ष का पैसा इस वर्ष सेशन के शुरुआत में दिया गया था। लेकिन इस वर्ष का पैसा कब तक आएगा, कहना मुश्किल है। बच्चों को इस राशि का भुगतान पहली और तीसरी कक्षा में किया जाता है।

जिसका इस्तेमाल उन्हें दो वर्ष तक करना पड़ता है। लेकिन इस वर्ष किसी भी तरह की राशि न मिलने के कारण शिक्षक कुछ बच्चों को अपनी तरफ से वर्दी खरीदने में मदद कर रहे हैं। शिक्षकों की मानें तो निगम में फंड की कमी की मार बच्चों को झेलनी पड़ रही है। उन्हें न तो वक्त पर नोटबुक दी गई और न ही यूनिफार्म की राशि। बच्चे पुरानी यूनिफार्म से ही काम चला रहे हैं तो कुछ बिना यूनिफार्म में स्कूल आ रहे हैं। एक शिक्षक ने बताया कि जब परिजनों से बच्चे को यूनिफार्म पहना कर स्कूल भेजने की बात कही जाती है। तो वह  पैसे न होने की बात कहते हैं। स्कूल में बच्चे बिना यूनिफार्म के नहीं आ सकते हैं। जिस कारण शिक्षक भी ऐसे गरीब बच्चों की अपनी तरफ से आर्थिक सहायता कर रहे हैं।   उधर, शिक्षा समिति अध्यक्ष रितु गोयल का कहना है कि दिल्ली सरकार की तरफ से यूनिफार्म का फंड रिलीज नहीं किया जा रहा है, जिस कारण  देरी हो रही है। जल्द ही बच्चों को यूनिफार्म व  अन्य सामग्री का पैसा दे दिया जाएगा।


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