सीबीएसई :  खड़े होकर दी थी परीक्षा, हासिल किए 93.4 फीसदी  मार्क्स

punjabkesari.in Thursday, May 31, 2018 - 12:25 PM (IST)

नई दिल्ली : सीबीएसई ने हॉल में 10वीं क्लास के बोर्ड परिणामों की घोषणा की है। बोर्ड के नतीजे घोषित होने के बाद  कई स्टूडेंट्स की एेेसी कहानियां सामने आ रही है जिन्होंने टॉप नहीं किया, लेकिन अपनी मेहनत के दम में सफलता हासिल कर की है। एेसी ही कहानी है  अशमीत भटनागर की। जयपुर के रहने वाले अश्मीत को दिन में 12 घंटे खड़े रहना आवश्यक है।  वे किसी एक्सरसाइज या सजा के लिए खड़े नहीं रहते हैं, दरअसल उनको एक ऐसी बीमारी है कि वो बैठ नहीं सकते 16 साल के अश्मीत को जॉइंट को मायोजिटिस ओसिफिशन्स है, जिसका वजह से या तो वो खड़े रह सकते हैं या फिर लेट सकते हैं। उन्होंने अपने सारे एग्जाम भी खड़े होकर दिए थे। जिसमें अश्मीत ने 93.4 फीसदी अंक हासिल किए है।

अश्मीत के पिता सुमित भटनागर एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है। उनका कहना है कि  जब अशमीत एक साल के थे तो उन्हें डीपीटी टीका दिया गया, तो एक गांठ बन गई थी और जब उसके लिए सर्जरी करवाई तो उनके कूल्हे कठोर हो गए।  उनका कहा, ' अशमीत को भले ही कोई शारीरिक दिक्कत हो, लेकिन वो दिमाग से बहुत स्ट्रॉन्ग है। उसे शारीरिक दिक्कतें होने के बाद भी क्रिकेट, बैडमिंटन और शतरंज पसंद है और फोटोग्राफी में इंट्रेस्ट है। 

अशमीत बड़ा होकर सरकारी अधिकारी बनना चाहता है ।  वहीं उनके बड़े भाई चैतन्य को भी स्पेस्टिक है और वो भी स्पेशल स्कूल में पढ़ाई करता है।  अशमीत खड़े रहकर क्लास अटेंड करता है  और स्कूल ने उसके लिए एक खास कुर्सी भी बनवाई है, ताकि वह खड़े रहकर भी परीक्षा में भाग ले सकता है। 


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