हिन्दी इंजीनियरिंग कोर्स में नहीं बड़ रही छात्रों की रुचि

punjabkesari.in Thursday, Aug 25, 2016 - 03:38 PM (IST)

भारत में इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से पहले ही एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स का माजमा लग जाता हैं। लेकिन भोपाल के अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय में हिंदी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए अभी तक एक भी स्टूडेंट नहीं आया है। जबकि स्टाफ अपनी पूरी कोशिश कर रहा है ताकि पहले साल का सिलेबस फाइनल हो जाए।  
 
मुश्किलें हैं कि खत्म होने का नाम नहीं ले रही...
 
ट्रांसलेटर का कहना है कि अंग्रेजी के शब्दकोश को हिन्दी में कन्वर्ट करना बहुत मुश्किल है। बता दें कि यूनिवर्सिटी ने  ट्रांसलेटरों के आवेदन मंगाए थे लेकिन सब्जेक्ट का पता चलते ही काफी ट्रांसलेटर पीछे हट गए।
 
नहीं मिल रहा अच्छा रिस्पॉन्स... 
 
इस कोर्स को लेकर प्रशासन का उत्साह देखने वाला है। लेकिन स्टूडेंट्स कह रहे हैं कि हिंदी से कोर्स करने के बाद उन्हें जॉब की दिक्कतें आएंगी। इसलिए कोई भी स्टूडेंट एडमिशन के लिए तैयार नहीं हो रहा है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रामीण इलाकों से आने वाले स्टूडेंट्स हिन्दी माध्यम में अधिक सहज हैं। वे स्टूडेंट्स को ऑनलाइन डिक्शनरी प्रोवाइड कराएंगे।
 
वाइस चांसलर का कहना..
 
इस पूरे मामले में वाइस चांसलर का कहना है कि इस कोर्स के बाद स्टूडेंट नौकरी मांगने के बजाय बांटने वाली श्रेणी में आ जाएंगे. वे इन कोर्सेस के माध्यम से सोच-समझ रखने वाले लोग पैदा करना चाहते हैं. 

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