तस्वीरों में देखें, महाभारत के मशहूर स्थान, किस नाम से जाने जाते हैं अब
punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2016 - 02:25 PM (IST)

महाभारत में बहुत सारे स्थानों का वर्णन आता है। जो आज के दौर में कहां स्थित हैं इस लेख के माध्यम से जानिए और तस्वीरों में देखें।
महाभारत की रचना हस्तिनापुर से आरंभ हुई और सारी कहानी उसके चारों ओर घूमती है। आज यह जगह मेरठ शहर के समीप स्थित है।
तक्षशीला महाभारत काल के समय में गंधार प्रदेश की राजधानी थी। गंधार कौरवों का ननिहाल था। इसी स्थान पर पांडवों के वंशज परीक्षित की सांप काटने से मृत्यु हुई थी। इस पर उनके पुत्र जनमेजय ने गुस्से में आकर भव्य सर्पयज्ञ आयोजित किया। यज्ञ में बहुत सारे नाग जलकर भस्म हो गए थे।
गुरु द्रोणाचार्य ने जिस स्थान पर कौरवों और पांडवों को शिक्षा दी थी। महाभारत में उज्जानिक नामक स्थान के नाम से जाना जाता था। आज के दौर में यह स्थान उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित काशीपुर है। यहां बहने वाली द्रोणसागर झील का निर्माण पांडवों ने किया था।
महाभारत के वारणावर्त स्थान पर लाक्षागृह का निर्माण हुआ था आज बागपत के नाम से जाना जाता है।
द्रौपदी का मायका पांचाल हिमालय और चंबा नदी के बीच जो क्षेत्र पड़ते हैं वहां स्थित है।
इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ आज भारत की राजधानी दिल्ली है।
महाभारत के समय का वृंदावन कल भी वृंदावन था और आज भी वृंदावन है। यह श्रीराधा कृष्ण का धाम है।
दुर्योधन ने अपने मित्र कर्ण को अंग प्रदेश का राजा बनाया था। वह स्थान बिहार के भागलपुर अथवा उत्तर प्रदेश के गोंडा को माना जाता है। इन दोनों स्थानों को लेकर विद्वानों में मतभेद हैं।
कंस का राज्य मथुरा महाभारत काल से लेकर अब तक इसी नाम से जाना जाता है।