आज भी अश्वत्थामा करता है इस मंदिर में सबसे पहले पूजा
punjabkesari.in Friday, Apr 15, 2016 - 12:56 PM (IST)

महाभारत कालीन सयता से जुडे उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी के किनारे मां काली के मंदिर से जुडे लोगों का दावा है कि आज भी मंदिर में अश्वत्थामा अदृश्य रूप में आकर सबसे पहले पूजा करता है। यह मंदिर इटावा जिला मुयालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर यमुना नदी के किनारे है।
इस मंदिर का नवरात्र के मौके पर खासा महत्व हो जाता है। नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है ऐसे में इस मंदिर में अपनी-अपनी मनोकामना को पूरा करने के इरादे से दूर दराज से भक्तगणों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। कभी चंबल के खूंखार डाकुओं की आस्था का केंद्र रहे महाभारत कालीन सयता से जुडे इस मंदिर से डाकुओं से इतना लगाव रहा है कि वे अपने गैंग के डाकुओं के साथ आकर पूजा अर्चना करने में पुलिस की चौकसी के बावजूद कामयाब होते थे लेकिन इस बात की पुष्टि तब हुई जब मंदिर में डाकुओं के नाम के घंटे और झंडे चढे हुए देखे गए।